बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर आजतक पर चल रहे एक शो में तृणमूल कांग्रेस के नेता रिजु दत्ता ने बीजेपी कटाक्ष करते हुए कहा कि ”हां हमने स्कीम रोकी, हमने प्रधानमंत्री नफरत फैलाओं स्कीम, गरीब और किसानों को मारो योजना और प्रधानमंत्री पागल बनाओ योजना, इन सभी स्कीमों को रोका।” साथ ही उन्होने कहा कि बीजेपी के पास बांग्ला में प्रचार के लिए एक भी नेता नहीं हैं।
रिजु दत्ता ने कहा कि हमारे बंगाल में हर जगह के लोग रहते हैं और 87 प्रतिशत लोग बांग्ला में बात करते हैं। लेकिन बीजेपी को प्रचार के लिए एक भी बंगाली आदमी नहीं मिला और ये लोग बंगाल में चुनाव लड़ेंग? दूसरी बात प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि ममता बनर्जी ने स्कीम रोक दिया तो हां हमलोगों ने स्कीम रोका है। हमने इनके नफरत वाले स्कीम को रोक दिया है। प्रधानमंत्री गरीब और किसानों को मारो योजना और प्रधानमंत्री पागल बनाओ योजना को रोक दिया है. ये लोग दिल्ली में बैठ कर बंगाल की जनता से झूठ बोलते हैं इसे दीदी अकेले डटकर रोक रही है।
एंकर ने रिजु दत्ता से सवाल किया कि अगर आपने सही में इतना काम किया है तो डर क्यों रहे हैं? साथ ही क्या इससे गलत संदेश नहीं जाता है कि पूरा देश एक है फिर आप बाहर का व्यक्ति किसे कह रहे हैं? देश के अन्य राज्यों में इससे क्या संदेश जाएगा?
जवाब देते हुए टीएमसी नेता ने कहा कि हम इन्हें सिर्फ भाषा के आधार पर बाहरी नहीं बता रहे हैं। हम इन्हें बाहरी इसलिए कहते हैं कि ये बंगाल आते हैं सिर्फ राजनीतिक मौसम में। इन्हें बंगाल से कुछ भी मतलब नहीं है। इन्हें बंगाल की जनता, बंगाल की संस्कृति से इन्हें मतलब नहीं है। ये कुछ भी नहीं जानते हैं।
ये अगर जानते हैं तो सिर्फ लोगों को तोड़ना, कौन क्या खा रहा है, कौन किससे प्यार कर रहा है? तो क्या यह भाषायी विभाजन है? जो लोग दिल्ली से घूमने के लिए बंगाल में आते हैं चुनावी मौसम में हम उसका विरोध करते हैं। इसका भाषा, कपड़ा से कोई मतलब नहीं है।