Pandit Chhannulal Mishra Passes Away: प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक और पद्म पुरस्कार सम्मानित कलाकार पंडित छन्नूलाल मिश्र का 91 साल की उम्र में निधन हो गया है। मिर्जापुर में गुरुवार सुबह 4.15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनकी तबीयत लंबे समय से खराब चल रही थी। कुछ दिन पहले उन्हें बीएचयू में भर्ती कराया गया था, लेकिन तबीयत में सुधार के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था।
बेटी बेटी नम्रता ने पिता पंडित छन्नूलाल मिश्र के निधन की जानकारी देते हुए कहा कि वह मिर्जापुर में घर पर ही थे। पंडित छन्नूलाल का पार्थिव शरीर गुरुवार सुबह मिर्जापुर से 11 बजे तक वाराणसी लाया जाएगा। दिन में लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे और शाम 7 बजे बनारस में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित छन्नूलाल मिश्र के निधन पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे जीवनपर्यंत भारतीय कला और संस्कृति की समृद्धि के लिए समर्पित रहे। उन्होंने शास्त्रीय संगीत को जन-जन तक पहुंचाने के साथ ही भारतीय परंपरा को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित करने में भी अपना अमूल्य योगदान दिया। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे सदैव उनका स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। साल 2014 में वे वाराणसी सीट से मेरे प्रस्तावक भी रहे थे। शोक की इस घड़ी में मैं उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। ओम शांति!”
ICU में हुए थे भर्ती
सितंबर महीने में पंडित छन्नूलाल मिश्र को चेस्ट संबंधी परेशानी के चलते मिर्जापुर से वाराणसी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सर सुंदर लाल अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया था। पंडित छन्नूलाल मिश्र को माइनर अटैक आया था। जिसके बाद उनको बीएचयू के ICU में भर्ती कराया गया था। जांच में उनके चेस्ट में इंफेक्शन और खून की कमी निकली थी।
बेटी ने बताया था छन्नूलाल की तबीयत का हाल
बेटी नम्रता ने कहा था कि मिर्जापुर में इलाज के दौरान डॉक्टर्स ने उन्हें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदर लाल अस्पताल रेफर किया। तबीयत ठीक होने के बाद उको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।
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मिर्जापुर अस्पताल में भी भर्ती रहे पंडित छन्नूलाल
उनका हीमोग्लोबिन की कमी और त्वचा संबंधी समस्याओं का भी इलाज चल रहा था। मां विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजीव कुमार के नेतृत्व में विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम मिश्र के स्वास्थ्य की देखभाल कर रही थी। खून और मूत्र की जांच में उनका हीमोग्लोबिन कम पाया गया था. बीएचयू से छुट्टी मिलने के बाद परिवार उनको मिर्जापुर वापस ले गया था। वहां पर उनको ओझलापुल स्थित रामकृष्ण सेवा मिशन चिकित्सालय में भर्ती कराया था, जहां उनकी जांच हुई थी।
पीएम मोदी के रहे प्रस्तावक
नरेंद्र मोदी ने जब 2014 लोकसभा चुनाव में वाराणसी से चुनाव लड़ने का पर्चा भरा था तो मशहूर शास्त्रीय गायक पद्म भूषण छन्नूलाल मिश्र उनके प्रस्तावक बने थे। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि इस सरकार को गंगा सफ़ाई और संगीत के मोर्चे पर कुछ बढ़िया काम करके दिखाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने उन्हें स्वच्छता अभियान के नवरत्नों में भी चुना था। पंडित छन्नूलाल को साल 2010 में यूपीए सरकार ने पद्मभूषण से सम्मानित किया था। वहीं यूपी की अखिलेश सरकार ने उनको यश भारती सम्मान के नवाजा था।
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