नेपाल की बेवकूफी भरी हरकत के बाद अब पाकिस्तान ने भी कुछ ऐसी ही हिमाकत की है। पाकिस्तानी कैबिनेट ने पाकिस्तान के नए राजनीतिक नक्शे को मंजूरी दे दी है। इस नक्शे में जम्मू कश्मीर- लद्दाख- जूनागढ़ को पाकिस्तान का हिस्सा दिखाया गया है। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने नए नक्शे को लोगों की उमंगों का प्रतिनिधित्व करने वाला बताया है।
वहीं, पाकिस्तान की इस हरकत पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है। भारत ने इसे मूर्खता की कोशिश करा दिया है। भारत की तरफ से कहा गया कि हमने पाकिस्तान का एक तथाकथित “राजनीतिक नक्शा” देखा है जिसे पीएम इमरान खान ने जारी किया है। यह राजनीतिक मूर्खता की कवायद है, भारतीय राज्य गुजरात और जम्मू कश्मीर और लद्दाख के हमारे केंद्र शासित प्रदेशों में क्षेत्रीय दावा करना बेवकूफी है। इन हास्यास्पद दावों की न तो कानूनी वैधता है और न ही अंतर्राष्ट्रीय विश्वसनीयता। वास्तव में, यह नया प्रयास केवल सीमा पार आतंकवाद द्वारा समर्थित क्षेत्रीय आंदोलन के साथ पाकिस्तान के मंसूबों की पुष्टि करता है।
Prime Minister Imran Khan unveiling the Political Map of Pakistan. https://t.co/OHvVjeQNt7
— Govt of Pakistan (@pid_gov) August 4, 2020
नक्शा जारी करने के दौरान इमरान खान ने कहा कि भारत ने पिछले साल पांच अगस्त को कश्मीर को लेकर जो गैर कानूनी कदम उठाया था उसे यह राजनीतिक नक्शा खारिज करता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के स्कूल, कॉलेज और सभी दफ्तरों में अब यह आधिकारिक नक्शा होगा। इस नक्शे को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि पााकिस्तान पहली बार ऐसा नक्शा लेकर आया है। इससे पूरी दुनिया के सामने संदेश जाएगा कि पाकिस्तान कहां खड़ा है।
बता दें कि पाकिस्तान से पहले नेपाल ने भी ऐसा ही किया था। नेपाल ने विवादित नक्शे को मंजूरी दे दी थी। जिसमें भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को शामिल किया गया। नेपाल ने विवादित नक्शा 20 मई को जारी किया था। इस विवादित नक्शे को नेपाल अब संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO) और गूगल सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भेजने की तैयारी कर रहा है।