आर्मी चीफ एम एम नरवणे ने कहा है कि भारत आतंकवाद को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। देश हर तरह के खतरे से निपटने के लिए तैयार है। मंगलवार को ये बातें उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहीं। नरवणे के मुताबिक, पिछले साल हमने कई मौकों पर चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया। पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव पर वह आगे बोले- हमने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर उच्च स्तर की सतर्कता बरती है। हम किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार हैं। हमारी अभियान संबंधी तैयारियां बहुत उच्च स्तर की हैं।
बकौल सेना प्रमुख, “पाकिस्तान लगातार आतंकवाद का इस्तेमाल राजकीय नीति के औजार के रूप में करता आ रहा है। हम सीमापार आतंकवाद का मुफीद वक्त पर जवाब देने का अधिकार रखते हैं। हमारा बहुत स्पष्ट रुख है कि हम आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भारतीय सेना देश के सामने आने वाले हर खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। हम भू-राजनीतिक घटनाक्रमों और खतरों के आधार पर अपनी तैयारियों में बदलाव करते रहते हैं।” सेना प्रमुख नरवणे ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चुनौतियों पर कहा कि पाकिस्तान और चीन खतरा बने हुए हैं।
सेना प्रमुख ने बताया कि हम पूर्वी लद्दाख में अपनी स्थितियों को कायम रखेंगे। परस्पर और समान सुरक्षा के आधार पर समाधान की उम्मीद है। आशा है कि हम सैनिकों की वापसी और तनाव कम करने के लिए एक समझौते पर पहुंच पाएंगे। पिछले वर्ष जो भी हुआ उसे देखते हुए हमें अपनी क्षमताओं में नए सिरे से बदलाव करते हुए उनका विस्तार करना होगा। (भाषा इनपुट्स के साथ)