मेहरौली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि विपक्ष के नेताओं के पास कोई मुद्दा नहीं है। किसानों की हमेशा मांग रही है कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की दर डेढ़ गुना ज्यादा होनी चाहिए लेकिन 70 साल में इसे पूरा नहीं किया गया। भाजपा शासित केंद्र सरकार ने इसे डेढ़ गुना तक करके किसानों को बड़ी राहत दी। उन्होंने सवाल किया कि यूपीए जब शासन में थी तो क्या करती रही?

अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है और एमएसपी थी और हमेशा रहेगी। यूपीए वालों को एमएसपी पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि एमएसपी पर विपक्ष हल्ला मचा रहा है। मैं किसान भाईयों को कहने आया हूं कि तीनों कृषि सुधार बिल किसानों के हक में हैं और इससे किसानों को कोई नुकसान नहीं होगा।

उन्होंने कहा कि जब तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं तब तक कोई भी निजी संस्था (कॉरपोरेट) आपकी जमीन को छीन नहीं सकती। इसी प्रकार मंडिया भी चालू रहने वाली हैं। अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के लिए ढेर सारी योजनाएं लेकर आई है। सरकार ने यूरिया की कालाबाजारी को खत्म किया, एक हजार मंडियों को आनलाइन जोड़ा, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू की, शहद उत्पादन के लिए 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया।

अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना जब लेकर आए थे तो विपक्ष के सारे नेता राहुल गांधी समेत सभी कहते थे कि किसानों का ऋण माफ करो। यूपीए ने साठ हजार करोड़ का माफ किया था जबकि भाजपा सरकार ने 95 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया है। 95 हजार करोड़ की राशि सीधे किसानों के खाते में डाली गई और अब 18 हजार करोड़ रुपए किसानों के सीधे खाते में जाएगा।

उन्होंने बताया कि कांग्रेस के कार्यकाल में 2013-14 में जब यूपीए की सरकार थी तब 21900 करोड़ रुपए का बजट था, अभी बजट में 1.34 लाख करोड़ से अधिक का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि हमारा हिसाब मांगा जा रहा है, इसे उल्टा चोर कोतवाल को डाटे कहा जाता है। इस कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, सांसद रमेश बिधूड़ी समेत विभिन्न खाप के प्रधान व अन्य पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे।