प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर आज देशभर में लोग अपने घरों की लाइट बंद कर छत-बाल्कनी से 9 मिनट के लिए दीये, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाने के लिए इकट्ठा होंगे। पीएम ने शुक्रवार सुबह वीडियो मैसेज के जरिए लोगों से अपील की थी कि लोग कोरोनावायरस और लॉकडाउन के अंधेरे के बीच एकजुट होकर अंधकार को प्रकाश से चुनौती दें। प्रधानमंत्री की इस अपील पर बिजली कंपनियों की परेशानी बढ़ गई है। ग्रिड ऑपरेटर्स ने किसी भी तरह के संकट से निपटने के लिए आकस्मिक उपाय भी शुरू कर दिए हैं।
जहां कई राज्यों ने अपने-अपने बिजली विभागों को तैयारी के निर्देश दिए हैं, वहीं नेशनल ग्रिड ऑपरेटर पावर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (POSOCO) ने बिजली की खपत में उतार-चढ़ाव की समस्या से बचाव पर केंद्र, राज्यों और क्षेत्रीय स्तर के लोड डिस्पैच सेंटर्स को 30 पॉइंट की गाइडलाइन जारी की है। इसका मकसद लोड में अचानक आने वाली आकस्मिक कमी को स्थिर करना है।
इसके अलावा राज्यों के इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड्स ने भी मोदी की अपील के बाद बिजली व्यवस्था ठीक से बनाए रखने के लिए कदम उठाए हैं। कई थर्मल पावर प्लांट्स के आउटपुट को घटाया गया है और हाइड्रो और गैस स्टेशनों के आउटपुट पर निर्भरता बढ़ाई गई है। इसके अलावा कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को भी तैयार रहने के निर्देश दे दिए हैं। ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी पर आकस्मिक कदम उठाए जा सकें।
ऊर्जा मंत्रालय ने कहा था बेवजह है ग्रिड फेल होने का डर
ऊर्जा मंत्रालय ने शनिवार को बयान जारी कर कहा, “कुछ जगहों पर ऐसा डर जताया गया है कि एक साथ लाइट बंद करने के दौरान ग्रिड में अस्थिरता आ सकती है और वोल्टेज में उतार-चढ़ाव से बिजली से चलने वाले उपकरण खराब हो सकते हैं। यह डर बेवजह है।”
ऊर्जा मंत्रालय ने आगे कहा, “भारत की इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड मजबूत और स्थिर है और किसी भी तरह के वेरीएशन (बदलावों) से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम और प्रोटोकॉल जारी कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री की सीधी अपील घरों की लाइट 9 बजे से 9:09 बजे तक बंद करने की है। उनकी अपील में न तो स्ट्रीट लाइट और न ही घर में लगे कंप्यूटर, टीवी, पंखे, फ्रिज और एसी बंद करने के लिए कहा गया है। सिर्फ लाइट बंद करने की अपील की गई है।”
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“इसके अलावा हॉस्पिटल और कई जरूरी सेवाओं जैसे- सार्वजनिक स्थानों, नगरपालिकाओं से जुड़ी सेवा, दफ्तरों, पुलिस स्टेशनों और उत्पादन से जुड़ी फैसिलिटीज में लाइट्स जलती रहेंगी। प्रधानमंत्री ने लोगों से सिर्फ अपने घरों की बत्ती बंद करने के लिए कहा है। सभी स्थानीय संस्थानों को लोगों की सुरक्षा के लिए सड़कों पर लाइट जलाए रखने के लिए कहा गया है।”
क्या थी प्रधानमंत्री की लाइट बुझाने की अपील?
पीएम ने कहा था कि 5 अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोनावायरस से उभरे संकट के अंधकार को चुनौती देनी है। उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। हमें 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है। देशवासियों को महासंकल्प को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। पीएम मोदी के इस ऐलान के बाद बिजली कंपनियों में ग्रिड फेल होने का डर पैदा हो गया।