यूपी के साल 2022 के चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियों के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है। नवरात्रि में अखिलेश यादव की विजय यात्रा पर सपा प्रवक्ता ने कहा है कि हम धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगते हैं तो BJP नेता ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनावी मौसम में विपक्ष को मंदिर जाना देखना अच्छा लगता है।

न्यूज चैनल ‘न्यूज24’ पर हुई बहस में सपा और बीजेपी प्रवक्ता के बीच ये जंग दिखाई दी। सपा प्रवक्ता सुनील साजन ने कहा कि पिछले 5 साल में सीएम योगी सिर्फ मंदिर में पूजा करते-घंटा बजाते हुए दिखाई दिए लेकिन काम कुछ नहीं किया।

उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि धर्म हमारा निजी मामला है, हम इसको राजनीति में नहीं लाना चाहते और हम भगवान राम के नाम पर वोट नहीं मांगते।

सपा प्रवक्ता ने कहा कि हमारे नेता अखिलेश यादव बिजली, रोजगार और सड़कों पर बात कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं कि यूपी के दूसरे शहरों में कैसे मेट्रो आएगी, कैसे एक्सप्रेसवे बनेंगे और कैसे उद्योग आएंगे।

उन्होंने कहा कि नौजवानों को रोजगार और बहन-बेटियों की सुरक्षा हमारा मुद्दा है। क्या जब बीजेपी की सरकार नहीं थी तो हम हिंदू नहीं थे?

उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली से पूछा कि क्या आप सीएम योगी का साढ़े 4 साल में किया गया एक काम गिना सकते हैं, जिसकी उन्होंने शपथ ली हो और उसे पूरा किया हो।

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव कहते हैं कि यूपी केवल 3 चीजों से परेशान है, बाबा…बुल और बुलडोजर। और इन तीनों को हटाना है, तभी यूपी तरक्की करेगा।

इस पर बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि चुनावों में विपक्ष को मंदिर जाते हुए देख हमें अच्छा लगता है। सीएम योगी ने इन्हें चुनावी हिंदू कहकर सही संबोधित किया है।

उन्होंने कहा कि सीएम योगी के लिए पूजा करना स्वाभाविक है। उन्होंने कहा कि चुनाव के आते-आते बाकी पार्टियां भगवान को याद करने लगती हैं। ये अच्छी बात कि लोग मंदिर मस्जिद जाएं। हमारे लिए ये कोई खतरा नहीं है, हम तो सेवा की राजनीति करते हैं।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की राजनीति चल रही है। सेवा ही संगठन है, हमारा मॉडल यही है। दूसरी पार्टियों का अलग मॉडल हो सकता है।

उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की हमारी परिभाषा सुप्रीम कोर्ट वाली परिभाषा है। ये जीवन जीने का तरीका है।