जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के साथ मुलाकात से पहले अलगाववादी कश्मीरी नेताओं को हिरासत में लिये जाने पर केंद्र और राज्य सरकार पर एनएसए स्तर की वार्ता को नुकसान पहुंचाने का आज आरोप लगाया।

उमर ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘‘मुफ्ती (मोहम्मद सईद) – (नरेंद्र) मोदी जुगलबंदी- पहले मैं उनको हिरासत में लूंगा, फिर आप हिरासत में लें और साथ मिलकर सुनिश्चित करें कि यह वार्ता नहीं हो पाए। वाह।’’

नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकारी अध्यक्ष अजीज से कल मिलने के लिए आए अलगाववादी नेता शब्बीर अहमद शाह को दिल्ली एयरपोर्ट पर हिरासत में लिये जाने पर प्रतिक्रिया जता रहे थे।

उमर ने जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि श्रीनगर-मुजफ्फराबाद रोड खोले जाने और भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम का उनका दावा खोखला साबित हुआ।

उन्होंने कहा, ‘‘यह मुफ्ती सईद थे जिन्होंने श्रीनगर-मुजफ्फराबाद रोड खोलने और भारत-पाक संघर्षविराम का दावा किया। कितनी जबरदस्त गिरावट।’’

उमर ने ट्वीट में कहा कि जम्मू कश्मीर में शासन के लिए पीडीपी और भाजपा के बीच गठबंधन के एजेंडे की आज धज्जियां उड़ गयी।

इससे पहले, दिन में उमर ने सलाह दी थी कि पाकिस्तान की ‘‘चाल’’ को विफल करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की वार्ता का आयोजन स्थल दिल्ली से बदलकर इस्लामाबाद कर दिया जाना चाहिए।

उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘यहां एक विचार है- चूंकि दोनों देश बात करने को उत्सुक हैं तो भारतीय एनएसए पाकिस्तान की चाल को विफल क्यों नहीं करते और आयोजन स्थल बदलकर इस्लामाबाद क्यों नहीं करते।’’

उमर की सलाह तब आई है जब पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज की यात्रा के दौरान हुर्रियत नेताओं से उनकी प्रस्तावित मुलाकात के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान दोनों ही अपने-अपने रुख पर अड़े हैं।

अजीज का कल दिल्ली आने का कार्यक्रम है। भारत ने कहा है कि अजीज की यात्रा के दौरान अलगाववादियों से उनकी मुलाकात रूस के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच हुई सहमति की भावना के अनुरूप नहीं है।

दोनों नेता आतंकवाद से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बैठक करने पर सहमत हुए थे।