Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर की सियासत इस समय काफी गर्म है क्योंकि 11 नवंबर 2025 को राज्य की दो विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है। इसको लेकर चुनाव प्रचार खत्म हो गया है लेकिन इस चुनाव में जुबानी जंग काफी तीखी नजर आई। वहीं विधानसभा में नेता विपक्ष सुनील शर्मा ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के संबंध में एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार बनाने के लिए मोदी सरकार के संपर्क में थी।

दरअसल, बीजेपी नेता और जम्मू कश्मीर की विधानसभा में नेता विपक्ष सुनील शर्मा ने कहा कि जब 2014 के विधानसभा चुनाव में राज्य में त्रिशंकु नतीजे आए थे, तो मुख्यमंत्री ने 2014 के चुनावों के बाद बीजेपी से संपर्क किया था। उन्होंने ये भी दावा किया कि उमर अब्दुल्ला ने केद्र सरकार के साथ सीक्रेट समझौता करने की कोशिश की थी।

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उमर अब्दुल्ला को दी बड़ी चुनौती

बीजेपी नेता सुनील शर्मा ने उमर अब्दुल्ला को चुनौती देते हुए कहा कि अगर यह सारी बातें झूठ हैं तो वो शपथ लें और यह साफ-साफ कहें कि उनका केंद्र सरकार से गुप्त समझौता था या नहीं? सुनील शर्मा ने यह भी कहा कि उमर अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार से राज्य में सरकार बनाने के इरादे से ही संपर्क किया था।

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बता दें कि सुनील शर्मा बडगाम में बीजेपी उम्मीदवार सैयद मोहसिन के समर्थन में एक चुनावी रैली करने गए थे। यहां रैली में उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से सार्वजनिक रूप से यह कहने को कहा कि दिल्ली में सत्तारूढ़ केंद्र सरकार के साथ उनका कोई गुप्त समझौता नहीं है।

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अवसरवादी प्रस्ताव को ठुकराने का किया दावा

सुनील शर्मा ने दावा किया कि 2014 के विधानसभा चुनावों के बाद उमर अब्दुल्ला ने भाजपा के साथ गठबंधन करने का प्रयास किया था उन्होंने कहा कि ‘हालांकि, हमारे नेतृत्व ने सिद्धांतों और राष्ट्रीय अखंडता से प्रेरित होकर ऐसे अवसरवादी प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था।

बीजेपी नेता ने कहा कि अभूतपूर्व मतदान बीजेपी के शांति, प्रगति और विकास के दृष्टिकोण में लोगों के विश्वास का प्रमाण है। सुनील शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) पर कश्मीर में बीजेपी के उदय में बाधा डालने के लिए छल और दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया।

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