हनुमान चालीसा विवाद पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी का कहना है कि जो लोग वोट के लिए हिंदुओं का इस्तेमाल करते हैं। हमें हिंदुत्व पर उनके सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। उनका कहना था कि सारे देश में बेरोजगारी है। क्या हिंदू और क्या मुस्लिम सभी लोग काम की तलाश कर रहे हैं। लेकिन सरकार के पास उन्हें रोजगार देने का कोई प्लान नहीं है।

प्रियंका का कहना था कि यूपी को देखें या बाकी और भी सूबों को। ये लोग समाज में भेदभाव पैदा कर रहे हैं। उनका कहना था कि हमें उन लोगों से कोई प्रमाणपत्र नहीं चाहिए जिनका एजेंडा की लोगों के बीच वैमनस्य पैदा करना है। सांसद ने कहा कि विपक्ष का चेहरा बेनकाब हो चुका है। हनुमान चालीसा पर उनका कहना था कि हर किसी को भगवान की आराधना का हक है। लेकिन जिन्हें 2019 में राम के नाम से परेशानी थी वो आज अचानक कैसे हनुमान जी के भक्त बन गए।

एंकर प्रीति चौधरी का कहना था कि नवनीत राणा दंपत्ति के खिलाफ जिस तरह से चार्ज लगाए गए हैं वो सवालों के दायरे में हैं। क्या हनुमान चालीसा पढ़ना गैर कानूनी है। ऐसे सरकार किसी के खिलाफ एक्शन लेने लगी तो फिर सवाल तो उठेंगे ही। प्रीति चौधरी का कहना था कि फिलहाल ये चर्चा शुरू हो गई है कि क्या भगवान का नाम लेना भी अपराध है।

गौरतलब है कि नवनीत राणा मामले को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में तल्खी बढ़ती जा रही है। लाउड स्पीकर मामले पर आज बुलाई सर्वदलीय बैठक का बीजेपी ने बॉयकाट किया। बीजेपी ने शिवसेना पर तीखे आरोप जड़ कहा कि उन्हें उद्धव के होम मिनिस्टर का न्योता मिला था। लेकिन हाल के दिनों में जो कुछ हुआ उसके बाद मीटिंग में जाना नहीं बनता।

पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि क्‍या हनुमान चालीसा पढ़ना राजद्रोह है। उनका कहना था कि सांसद नवनीत राणा को महज इस वजह से अरेस्ट किया गया कि वो मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने जा रही थीं। सरकार उन्हें हर तरह से नीचा दिखाने पर आमादा है। उन्हें जेल में पीने का पानी तक नहीं दिया जा रहा है। ध्यान रहे कि नवनीत ने पानी और टॉयलेट को लेकर लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी भी लिखी है।