लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बड़ी-बड़ी बातों से अब जनता ऊब गई है। उन्होंने यहां एक बयान में कहा कि मोदी ने शुक्रवार को अपने वाराणसी दौरे के पहले दिन ‘बात नहीं, काम करके दिखाऊंगा’ की बात कहकर देश की जनता को फिर से बरगलाने के लिए नया शिगूफा छोड़ा है। जबकि हकीकत यह है कि मोदी सरकार की बड़ी-बड़ी बातों से तंग आकर जनता अब आवाज उठाने लगी है। जनता अब कह रही है कि मोदी सरकार वादा निभाओ, काला धन वापस लाओ और हर देशवासी को 15 लाख रुपए मुहैया कराओ।
उन्होंने कहा कि अब केवल लोकलुभावन वादों और दिन में सपने दिखाने से काम नहीं चलने वाला है बल्कि देश के करोड़ों गरीबों, शोषितों, पीड़ितों, किसान, युवा और महिला वर्ग आदि के लिए कुछ ठोस करके दिखाना होगा। बसपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी उनके चुनावी वादों पर अब तक कोई ठोस काम नहीं होना यह साबित करता है कि मोदी और उनकी पार्टी की मंशा ऐसे लुभावने बयानों के माध्यम से केवल चुनावी लाभ कमाना था।
मायावती ने कहा कि बसपा भी चाहती है कि मोदी सबसे पहले कालाधन देश में वापस लाएं और अपने वादे के मुताबिक 15-15 लाख रुपए हर भारतीय के बैंक खाते में जमा कराएं। देश की आम जनता इन रुपयों से अपना उद्धार खुद ही कर लेगी। मोदी खासकर गरीबों को कालेधन के 15-15 लाख रुपए दिलवा दें तो वे लोग बेटी के जन्म पर उनके उपदेशानुसार उत्सव जरूर मनाएंगे।
बसपा प्रमुक ने कहा कि वाराणसी के लाखों बुनकर परिवारों के साथ भी केंद्र सरकार धोखाधड़ी का प्रयास कर रही है। उन्हें समुचित बिजली और सस्ता माल उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें बिचौलियों और साहूकारों के जंजाल से मुक्त कराने का ठोस काम करने के बजाय उनके लिए 2375 करोड़ रुपए के पैकेज का एलान किया गया है जबकि इसका सीधा लाभ बुनकरों को नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की कथनी और करनी दोनों ही नए-नए विवादों को जन्म देकर देश में नई विकट परिस्थिति पैदा कर रही हैं। यह समाज में चिंताजनक स्थिति का निर्माण कर रही है।
