पटना में ‘अटल पार्क’ का नाम बदलने को लेकर सियासत तेज हो गई है। हालांकि अब नाम बदलने के कार्यक्रम को रोक दिया गया है। दरअसल बिहार सरकार के पर्यावरण और वन मंत्री तेज प्रताप यादव ने पटना के ‘अटल पार्क’ का नाम बदलकर कोकोनट पार्क करने का ऐलान किया था। उन्हें दोपहर 1 बजे इस पार्क का उद्घाटन भी करना था, लेकिन अभी नाम बदलने की प्रक्रिया पर रोक लग गई है।
सीएम नीतीश का ‘अटल प्रेम’ किसी से छुपा नहीं
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर ऐसा हुआ है। नीतीश कुमार का ‘अटल प्रेम’ भी किसी से छुपा नहीं है। बुधवार को दिल्ली में अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर नीतीश कुमार ने उनके समाधि स्थल ‘सदैव अटल’ पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी थी।
नाम बदलने के कार्यक्रम में तेज प्रताप यादव शामिल होने वाले थे, लेकिन कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। तेज प्रताप यादव ने कहा कि उस पार्क का नाम पहले से ही कोकोनट पार्क है लेकिन बीजेपी के लोग बिन बात का मुद्दा बना रहे हैं और अफवाह फैला रहे हैं। वहीं पत्रकारों ने पार्क के उद्घाटन को लेकर भी तेज प्रताप यादव से सवाल पूछा, जिस पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
बिहार के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग की सचिव बंदना प्रेयशी ने कहा, “फिलहाल हमने आज होने वाले उक्त पार्क के उद्घाटन को स्थगित कर दिया है। हमने पटना नगर निगम से यह पुष्टि करने के लिए भी कहा है कि पार्क को ‘अटल पार्क’ के रूप में कब अधिसूचित किया गया था।”
बीजेपी ने आरजेडी पर साधा निशाना
वहीं पार्क का नाम बदलने के ऐलान के बाद केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नित्यानंद राय ने आरजेडी और जेडीयू पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था, “बिहार सरकार ने कंकड़बाग में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर जो पार्क विकसित किया है और जहां उनकी मूर्ति है, उसका नाम बदलकर कोकोनट पार्क रखा जा रहा है। आज तेजस्वी यादव इसका उद्घाटन करने वाले हैं। जिस पार्क का नाम भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर रखा गया था, उसका नाम बदलना आपत्तिजनक है। यह लगभग एक अपराध के बराबर है। देश और जनता तेजस्वी यादव से सवाल करेगी। सीएम नीतीश कुमार अब भी उन्हें रोक सकते हैं और अगर अब भी नहीं रोका तो तेजस्वी यादव आपका भी नाम बदल लेंगे।”