कर्नाटक चुनाव में बीजेपी की हार से विपक्ष उत्साहित है और उसे उम्मीद है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वह हरा सकता है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विपक्ष को एक करने का प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में नीतीश कुमार सोमवार शाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के घर पहुंचे। यहां पर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के साथ बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार मंत्री संजय झा भी मौजूद रहे।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को भी इस बैठक में शामिल होना था, लेकिन स्वास्थ्य कारणों के कारण वह बैठक में शामिल नहीं हो पाए। बता दें कि पिछले महीने भी मल्लिकार्जुन खड़गे से नीतीश कुमार ने मुलाकात की थी और इसके बाद उन्होंने विपक्षी नेताओं को एक मंच पर आने की सलाह दी थी।
रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से नीतीश कुमार ने मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। जबकि आम आदमी पार्टी की ओर से अरविंद केजरीवाल के अलावा संजय सिंह मौजूद थे।
वहीं इस मुलाकात के बाद अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि केंद्र सरकार के आदेश पर नीतीश कुमार से चर्चा हुई और वह हमारे पक्ष में खड़े हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि अगर सभी दल राज्यसभा में एक साथ आ जाए और अध्यादेश पारित ना हो पाए, तो एक संदेश जाएगा कि 2024 में पीएम नरेंद्र मोदी को हराया जा सकता है।
मुलाकात के बाद नीतीश कुमार ने कहा था कि हम देश में विपक्ष को एक करने की कोशिश कर रहे हैं। चुनी हुई सरकार की शक्तियां कैसे छीनी जा सकती हैं। नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि हम देश के सभी विपक्षी पार्टियों को एक साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं।
कर्नाटक में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में भी नीतीश कुमार शामिल हुए थे। इस दौरान सभी नेताओं ने एक साथ फोटो भी खिंचवाई थी। नीतीश कुमार ने 12 अप्रैल को भी दिल्ली का दौरा किया था और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी समेत अन्य दलों के नेताओं से भी मुलाकात की थी।