केंद्रीय सड़क-परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए झारखंड में सड़क परियोजनाओं की नींव रखी। इस दौरान उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन से कहा कि वे झारखंड में सड़कों के निर्माण और विकास कार्यों के लिए 5 हजार करोड़ रुपए देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “अगर राज्य सरकार सारी क्लियरेंस लेकर तैयार रहे और काम समय पर पूरे हों, तो मैं झारखंड की सड़कों को पश्चिमी यूरोप और अमेरिका जैसा बना दूंगा।” हालांकि, इसी बीच उन्होंने खराब क्वालिटी को लेकर कॉन्ट्रैक्टरों को भी आड़े हाथों लिया।
कॉन्ट्रैक्टरों को दी चेतावनी: नितिन गडकरी ने सोरेन के साथ कॉन्फ्रेंस के दौरान ही कहा, “स्टेट और NHAI भी याद रखे, जो कॉन्ट्रैक्टर प्लांटेशन (पौधरोपण) नहीं कराते, उसे ई-टैग कराइए, उसका ड्रोन से शूटिंग कराइए, उसके सब बिल रोक दीजिए। ये कॉन्ट्रैक्टर आपको नीचे लेवल पर मैनेज करते हैं और अधूरे काम डालकर भागते हैं। मैं इन्हें छोड़ूंगा नहीं।
उन्होंने कहा, “मैंने यूपी में देखा कि एक्सपेंशन जॉइंट अच्छे नहीं बनते। मैं आपको सूचना दे रहा हूं कि एक्सपेंशन जॉइंट अच्छी क्वालिटी के बनने चाहिए, नहीं बने फ्लाईओवर में तो मैं रोड उखाड़ने के काम में लगाउंगा क़ॉन्ट्रैक्टर को डिफेक्ट लाएबिलिटी पर। क्वालिटी के बारे में कोई समझौता सहन नहीं किया। माल-पानी किसी से लेते नहीं। क्वालिटी के बारे में खबरदार कोई बात अगर मेरे ध्यान में आती है। तो अधिकारियों को भी उसकी सजा भुगतनी पड़ेगी और कॉन्ट्रैक्टरों को भी।”
झारखंड में पूरी होंगी 1 लाख करोड़ की सड़क परियोजनाएं: इससे पहले केंद्रीय मंत्री ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड के विकास में सरकार अपेक्षा के अनुरूप तेजी से काम रही है। उन्होंने बताया कि अगले तीन साल में झारखंड में करीब 1 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाएं पूरी होंगी।
केंद्रीय मंत्री ने रायपुर से धनबाद, रांची से संबलपुर, पटना- बख्यतियारपुर- रांची, वाराणसी से रांची तक बनने वाले कॉरिडोर को समय पर पूरा करने का भरोसा दिलाया। साथ ही रांची और जमशेदपुर में ऐलिवेटेड फ्लाई ओवर और अन्य परियोजनाओं को भी जल्द शुरू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अक्टूबर महीने तक ही दस हजार करोड़ की परियोजनाएं शुरू हो जाएगी।