उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पहले भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए पीएम मोदी के बुलावे को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं थम नहीं रही हैं। टीवी चैनल्स पर भी इसे लेकर बहस का दौर जारी है। इसी कड़ी में एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के प्रवक्ता सैय्यद असीम वकार के बीच तीखी बहस हुई।

संबित पात्रा ने बहस के दौरान कहा कि पांच अगस्त को शिलान्यास होगा और कुछ लोगों का मानसिक सत्यानाश हो चुका है। दरअसल, एंकर ने असीम वकार से  पूछा कि राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन करना संविधान के खिलाफ कैसे है? इस पर असीम वकार ने कहा संविधान से विरोध नहीं है, विवादित मामले से विरोध है क्योंकि भूमि पूजन के लिए जहां प्रधानमंत्री जी जा रहे हैं। उन्होंने संविधान की शपथ ली है। उस शपथ को पीएम दोबारा सुने क्योंकि ये जो मामला है ये कोर्ट में लंबित है। जिन लोगों ने बाबरी मस्जिद को गिराया था उनके खिलाफ कोर्ट में अभी भी मामला लंबित है। अभी उसपर फैसला नहीं आया है। अभी दोषियों को सजा मिलना बाकी है। प्रधानमंत्री ने जिस संविधान की शपथ ली उसका पालन करना चाहिए।

इस जवाब के बाद जब संबित पात्रा से एंकर ने ओवैसी के बयान का जिक्र करते हुए जवाब मांगा तो संबित ने कहा, पीएम मोदी सत्य के विजेता हैं। केवल प्रधानमंत्री ही नहीं आज प्रत्येक हिंदुस्तानी विजेता है। यह विजय सुप्रीम कोर्ट के पटल पर तथ्यों के आधार पर प्राप्त की गई है। आपको मैं स्पष्ट तौर पर बता दूं। ये है शिलान्यास वर्सेज सत्यानाश पांच तारीख को शिलान्यास होगा और कुछ लोगों का मानसिक तौर पर सत्यानाश हो चुका है। कोरोना के साथ रामजी की तुलना की गई। क्यों जाएं शिलान्यास में। यह देखिए पूरी तरह से सत्यानश हो चुका है मानसिक तौर पर इन लोगों का।

बता दें कि पांच अगस्त को मोदी राम मंदिर का शिलान्यास करेंगे। राम मंदिर के शिलान्यास का मुहुर्त तय हो चुका है और इस समय वहां जोर शोर से तैयारियां चल रही हैं । प्रधानमंत्री के अलावा मंदिर आंदोलन से जुडे़ पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी रितंभरा सहित तमाम नेताओं और साधु संतों को आमंत्रित किया गया है।