कोरोना वैक्सीन को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर तंज कसा है कि जुलाई आ गया..वैक्सीन नहीं आई। उनके इस ट्वीट पर भाजपा ने भी पलटवार किया है। इसको लेकर ‘न्यूज़ 18 इंडिया’ के शो ‘आर-पार’ में चर्चा हो रही थी। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कांग्रेस नेता अल्का लांबा पर तंज़ कसा।
डिबेट के दौरान भाजपा नेता ने कहा “कांग्रेस के लिए कहा जाता है जब 100 झूठे मरे तब कांग्रेस का प्रवक्ता पैदा हुआ और जब 1 लाख मरे तो राहुल गांधी आए।” इसपर अल्का लंबा ने उन्हें टोका तो गौरव भाटिया ने कहा “आप पूरी चर्चा में ऐसे ही करती रहेंगी? इतना गुस्सा क्यों हैं आज? राहुल गांधी ने आपको डांटा है क्या?” इसपर कांग्रेस नेता ने कहा “आप बचने की कोशिश मत कीजिये, जवाब दीजिये। मैं सुन्न चाहती हूं बोलिए।”
इसपर भाटिया ने कहा “ये बीच बीच में कमेंटरी करती रहेंगी, ये पाकिस्तान रेडियो है क्या? चुप कराये आप इनको।” इसपर एंकर अमीश ने कहा कि अल्का जी उन्हें बोलने दीजिये। तो कांग्रेस नेता ने तंज़ कसते हुए कहा “हां मुझे पता है कि उनका फोकस ठीक नहीं है। बोलिए।”
राहुल गांधी ने देश में कोविड-19 रोधी टीकों की कथित कमी का हवाला देते हुए शुक्रवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि जुलाई का महीना आ गया है, लेकिन टीके नहीं आए हैं। भाजपा ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें ‘‘नफरत का मोतियाबिंद’’ हो गया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘जुलाई का महीना आ गया है, वैक्सीन नहीं आयीं।’’ स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने उन पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, ‘‘ अभी कल ही मैंने जुलाई के लिए टीके की उपलब्धता को लेकर तथ्य सामने रखे थे। राहुल गांधी जी की समस्या क्या है? क्या वह समझते नहीं हैं? अहंकार और अज्ञानता के वायरस का कोई टीका नहीं है। कांग्रेस को अपने नेतृत्व में आमूल-चूल बदलाव के बारे में विचार करने की जरूरत है।’’
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने दावा किया कि भारत में 21 जून के बाद पिछले 11 दिनों के अंदर लोगों को औसतन 62 लाख टीकों की खुराक प्रतिदिन दी गई हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी या तो इस सच्चाई को देखना नहीं चाहते या फिर ‘‘भ्रम फैलाना’’ ही कांग्रेस की अघोषित नीति बन गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘जुलाई आ गया लेकिन राहुल गांधी को यह सदबुद्धि कब आएगी कि विपक्ष की भूमिका रचनात्मक होती है? आपको सत्ता सुख भोगने की लालसा है और मोदी (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) से नफरत भी है। नफरत का मोतियाबिंद आपको सत्य से दूर क्यों कर देता है ?’’ उन्होंने कहा कि राहुल गांधी या तो सच्चाई को देखना नहीं चाहते या फिर ‘‘भ्रम फैलाना’’ ही कांग्रेस की ‘‘अघोषित नीति’’ बन गई है।