केंद्रीय मंत्रिमंडल में संभावित विस्तार से पहले नरेंद्र मोदी कैबिनेट से केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत की विदाई कर दी गई है। मंगलवार (छह जुलाई, 2021) को उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी गई, जिसके तहत उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बना दिया गया।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें कर्नाटक के राज्यपाल के तौर पर नियुक्त किया। बता दें कि गहलोत नई नियुक्ति से पहले मोदी सरकार में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थे। वह इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बड़ा दलित चेहरा माने जाते हैं। साथ ही पार्टी के बड़े नेताओं में उनकी गिनती होती है। वह बीजेपी की ओर से राज्यसभा में नेता भी रह चुके हैं। जिस वक्त उनकी नियुक्ति की गई, वह इस दौरान आंध्र प्रदेश में एक कार्यक्रम में थे।

गहलोत 73 बरस के हैं। चूंकि, भाजपा काफी पहले साफ कर चुकी है कि 75 साल की आयु के ऊपर के नेताओं को वह सरकार में नहीं रखेगी। ऐसे में माना जा रहा है कि उसी फंडा के तहत गहलोत को उन्हें केंद्रीय कैबिनेट से शिफ्ट कर के संवैधानिक पद सौंपा गया है। जानकारी के मुताबिक, नियुक्ति के थोड़ी ही देर बाद गहलोत ने मंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया। पूरे घटनाक्रम के मद्देनजर माना जा रहा है कि मोदी कैबिनेट का विस्तर नजदीक ही है।

गहलोत की नियुक्ति के साथ कुछ और सूबों के राज्यपाल भी बदले गए हैं। राष्ट्रपति भवन की ओर से इस बारे में बताया गया, “मिजोरम, हरियाणा, त्रिपुरा और हिमाचल प्रदेश के राज्यपालों को क्रमशः गोवा, त्रिपुरा, झारखंड और हरियाणा शिफ्ट कर दिया गया है।”

राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता के मुताबिक, गुजरात बीजेपी के नेता मंगूभाई छगनभाई पटेल को मध्यप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया है, जबकि गोवा के बीजेपी नेता और पूर्व स्पीकर राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का गवर्नर अप्वॉइंट किया गया है। आंध्र प्रदेश के भाजपा नेता हरि बाबू कंभमपति को मिजोरम का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है।

गहलोत को मिलाकर 8 सूबों के बदले गए राज्यपाल। जानें- कहां का अब कौन होगा राज्यपाल?:

बंडारू दत्तात्रेय- हरियाणा
मंगूभाई झगनभाई पटेल- मध्य प्रदेश
रमेश बैंस- झारखंड
सत्यदेव नारायण आर्या- त्रिपुरा
पीएस श्रीधरन पिल्लई – गोवा
हरिबाबू कंभमपति- मिजोरम
राजेंद्र विश्नाथ अर्लेकर – हिमाचल प्रदेश