लोकसभा चुनाव 2024 के छह चरण पूरे हो चुके हैं। गृह मंत्री अमित शाह का मानना है कि उनकी पार्टी (BJP) ने पांच चरणों में ही बहुमत (272) का आंकड़ा पार कर लिया है। यह बात गृह मंत्री ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक विशेष इंटरव्यू की शुरुआत में कही। अमित शाह के साथ बातचीत के लिए इंडियन एक्सप्रेस की ओर से नीरजा चौधरी और राजकमल झा मौजूद थे। गृह मंत्री ने इस दौरान कई अहम सवालों के जवाब दिए, खासतौर पर गृहमंत्री ने बेरोजगारी और राहुल गांधी को लेकर पूछे गए सवाल पर भी जवाब दिए।

सीटों की संख्या को लेकर आश्वस्त अमित शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने सीटों की संख्या से जुड़े सवाल पर कहा,”सरकार बनाने के लिए हमारे पास अंक पांचवे चरण में ही पूरे हो चुके हैं। अगर अंतिम चरण को हटाकर देखें तो हम 300 और 310 के बीच हैं। हम आरामदायक स्थिति में हैं। इस बार हम 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड और 25 साल के शक्तिशाली सकारात्मक एजेंडे के साथ लोगों के पास गए हैं।”

2024 में अमित शाह का चुनावी अभियान 2019 में अमित शाह के चुनावी अभियान से कैसे अलग है?

इस सवाल के जवाब में गृह मंत्री ने कहा, “मैंने पूरे भारत की यात्रा की है। लद्दाख को छोड़कर मैं हर राज्य, हर केंद्रशासित प्रदेश में गया हूं। 2019 में लोगों में यह भावना थी कि देश को एक निर्णायक सरकार एक निर्णायक नेता से फायदा हुआ है और मोदी जी ने ये बहुत अच्छे से किया है। 2024 में भावना यह है कि भारत को एक महान राष्ट्र बनाने की दिशा में है, जनता में एक आत्मविश्वास जागा है और किसी भी राष्ट्र के लिए उसकी जनता का आत्मविश्वास ही उस राष्ट्र के विकास का कारण होता है। इसमें 130 करोड़ लोगों का सामूहिक संकल्प भी है। और मोदीजी इसे अमृत महोत्सव का रूप दिया है और हमें इसका फायदा मिला है।”

गृह मंत्री ने आगे कहा,”अगले 30 सालों में जो बच्चे बड़े होंगे उनके भीतर यह आत्मविश्वास होगा कि भारत यह कर सकता है। मुझे लगता है कि यह देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। आप जनादेश को समझाने के लिए अनगिनत कारण ढूंढेंगे लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कारण लोगों का यह विश्वास होगा कि देश जिस रास्ते पर चल रहा है वह सही है।”

‘बेरोजगारी’ को लेकर उठ रही आवाज़ पर अमित शाह के जवाब और एक्सप्रेस के सवाल

इस अहम सवाल का गृहमंत्री ने लंबा जवाब देते हुए कहा,”दुर्भाग्य से लोगों ने रोज़गार को सरकारी नौकरी से जोड़ दिया है, केवल नौकरी नहीं बल्कि सरकारी नौकरी…. देश में 130 करोड़ की आबादी है ,हर किसी को नौकरी देना किसी भी सरकार के लिए असंभव है। कुछ लोग सिर्फ भ्रम फैलाने में लगे हैं।

अमित शाह ने आगे कहा,”हमारी सरकार में 1.17 लाख स्टार्ट-अप लॉन्च किए गए हैं, हर स्टार्ट-अप में औसतन पांच लोग लगते हैं, क्या इससे नौकरियां पैदा नहीं होती हैं? 47 करोड़ लोगों को स्वरोजगार के लिए मुद्रा लोन मिला है – ये कोई बड़ी रकम नहीं है? 85 लाख रेहड़ी-पटरी वालों को स्वनिधि लोन मिला है, उनके गारंटर मोदी हैं। 2016-17 में बेरोजगारी दर 6.1 फीसदी थी, 2023 में यह 3.3 फीसदी है। यह सब क्यों नहीं दिखाई देता?

उन्होंने आगे कहा,”मनमोहन सिंह ने 4 लाख करोड़ रुपये का इन्फास्ट्रेक्चर बजट छोड़ा था, मोदी ने इसे बढ़ाकर 11.80 लाख करोड़ कर दिया। इस तरह के खर्च से नौकरियां पैदा होंगी। 75 हवाई अड्डों थे अब 150 तक है, क्या इससे नौकरियां नहीं पैदा होतीं? लेकिन इन्हें कोई नहीं गिनता. सड़कें बनाने में हमारी गति कई गुना बढ़ गई है। रेलवे में हम काफी आगे हैं। हमने पहले सात सालों में 22,000 किलोमीटर की ट्रांसमिशन लाइनें बिछाई हैं – मैंने पिछले तीन वर्षों की गिनती नहीं की है – क्या इससे नौकरियां पैदा नहीं होती हैं?”

गृह मंत्री ने इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी का ज़िक्र करते हुए कहा,”राहुलजी इस सरकार (BJP सरकार) को पांच अरबपतियों की सरकार होने की बात करते हैं, दरअसल उनके (कांग्रेस के) समय में ऐसा ही था। उनके समय में 2.22 करोड़ डीमैट खाते थे, ये ऐसे खाते हैं जहां औद्योगिक विकास का लाभ मिलता है; आज हमारे पास 15 करोड़ डीमैट खाते हैं। ये 13 करोड़ अतिरिक्त हुए तो लोग कुछ तो कमा रहे होंगे, नहीं? उनके समय में हमारा मार्केट कैप 85 लाख करोड़ रुपये था, आज 500 लाख करोड़ रुपये है, यहां से जो फायदा हुआ उसे डीमैट खातों में बांट दिया गया है।”