5 जनवरी बुधवार को पीएम मोदी पंजाब दौरे पर थे, उन्हें फिरोजपुर में एक रैली में हिस्सा लेना था। लेकिन भंटिंडा में सुरक्षा में चूक के चलते उन्हें अपना दौरा रद्द करना पड़ा। बता दें कि कुछ प्रदर्शनकारी उनके काफिले के करीब पहुंच गए जिससे वो आगे नहीं जा सके। इसको लेकर सुरक्षा चूक का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर हमलावर है।

कांग्रेस नेता ने कसा तंज: पीएम मोदी की रैली स्थगित होने के बाद तंज कसते हुए यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने एक ट्वीट में लिखा ‘हाउ इज द जोश।’ इसको लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार किया।

उन्होंने कहा, ‘हम जानते हैं कि मोदी से कांग्रेस नफरत करती है। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। जब पीएम मोदी के काफिले की सुरक्षा में चूक हो रही थी तो कांग्रेस नेता खुश हो रहे थे। वो सवाल कर रहे थे कि हाउ इज द जोश। ये कैसा जश्न है।’

उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में आज पंजाब की पुण्य धरती पर कांग्रेस पार्टी के खूनी इरादे नाकाम रहे। जो लोग कांग्रेस में मोदी से घृणा करते हैं, वो आज देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा को किस तरह भंग किया जाए, उसके लिए प्रयासरत थे।

देश नहीं देगा समर्थन: केंद्रीय मंत्री ने कहा, “जो लोग इस षड्यंत्र का हिस्सा हैं, उनसे मैं कहती हूं कि मेरा विश्वास है कि न्याय निश्चित रूप से होगा। देश के प्रधानमंत्री का बाल बांका करने की इस साजिश को देश समर्थन नहीं देगा।”

उन्होंने कहा कि “मैं कांग्रेस को बताना चाहती हूं कि मोदी देश के लोगों के समर्थन से भारत के प्रधानमंत्री बने हैं और वह पंजाब के लोगों को 42,000 करोड़ की परियोजनाओं को समर्पित करने के लिए पंजाब जा रहे थे। स्मृति ईरानी ने सवाल उठाया कि क्या जानबूझकर प्रधानमंत्री जी के सुरक्षा दस्ते को झूठ बोल गया? जिन लोगों ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा को भंग किया, उन लोगों को प्रधानमंत्री की गाड़ी के पास तक किसने और कैसे पहुंचाया?

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “आज एक ऐसी घटना हुई है, जो भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। आतंकवाद के दौर में और आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में भी इस प्रकार की सुरक्षा की चूक नहीं हुई, जैसी आज प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा के साथ हुई।”

बता दें कि विरोध प्रदर्शनों के चलते प्रधानमंत्री का काफिला पंजाब में 15 से 20 मिनट तक एक फ्लाइओवर पर फंसा रहा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे प्रधानमंत्री की सुरक्षा में गंभीर खामी माना है और राज्य सरकार से इस मामले में रिपोर्ट तलब किया है।

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी 5 जनवरी को फिरोजपुर में चंडीगढ़ स्थित स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (पीजीआईएमईआर) के ‘उपग्रह केंद्र’ और दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे सहित 42,750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करने वाले थे।