कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि देश को लड़ाई की जरूरत नहीं। लड़ाई से देश पीछे चला जाता है और प्यार से आगे बढ़ता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने ढाई साल के अपने कार्यकाल में कच्चे तेल के दाम गिरने से लाखों करोड़ रुपए बचाए हैं, उस पैसे से सेना और किसानों की मदद करनी चाहिए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को किसान रथ रोककर दिए अपने भाषण में कहा कि प्रधानमंत्री दुनिया में जहां भी जाते हैं, एक काम जरूर करते हैं। मौका मिलते ही हिंदुस्तानियों में गुस्सा डाल देते हैं, जबकि कांग्रेस प्यार पैदा करती है। भाजपा नफरत फैलाती है, लड़ाई कराती है और कांग्रेस दोस्ती कराती है। उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदी और आरएसएस को सोचना चाहिए कि गुस्से की जरूरत नहीं। देश को लड़ाई की जरूरत नहीं। लड़ाई से देश पीछे चला जाता है और प्यार से आगे बढ़ता है।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने एक दिन पहले ही सेना के सर्जिकल हमले की तारीफ की थी। उन्होंने कहा,‘देश में हिंदू, मुसलिम, सिख, ईसाई सभी को यह लगना चाहिए कि देश उनका है और वे सभी प्यार से मिलकर रहे।’ उन्होंने एक बार फिर कहा कि वहां जब सभा के बाद किसान खाट उठा ले गए तो भाजपा ने उन्हें चोर बता दिया लेकिन माल्या को 10 हजार करोड़ ले जाने पर भी डिफॉल्टर घोषित नहीं किया। ‘वास्तविकता यह भी है कि जनता त्रस्त है और मोदी मस्त हैं।’
‘देवरिया से दिल्ली तक’ 233 विधानसभा क्षेत्रों में होते हुए 2500 किमी की किसान महायात्रा लेकर निकले राहुल ने कहा, ‘मैं मोदी जी को यहां कहना चाहता हूं कि जैसे हमने किसानों की मदद की बात कही। उसी प्रकार वे सेना, वायुसेना, नौ सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ आदि बलों को सीधे बता दें कि वो उनको कितना पैसा और बढ़ाकर देना चाहते हैं। यानी सीधी सी बात है कि उनके वेतन की वर्तमान वृद्घि कम है, उसमें और इजाफा करें और उसकी तुरंत घोषणा भी कर दें।’ राहुल ने कहा, ‘ये जो आपके (प्रधानमंत्री) 15 उद्योगपति दोस्त हैं, जिनको आपने 10-10 हजार करोड़ रुपए दिए हैं। अब जो लोग देश के लिए सीमा पर मर रहे हैं, किसान, मजदूर, ड्राइवर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, छोटे दुकानदार आदि इनकी मदद कीजिए।’ उन्होंने कहा, ‘ढाई साल में आपने जो कच्चे तेल के दाम गिरने से लाखों करोड़ रुपए बचाए हैं, उसे खजाने से निकालिए, सेना को दीजिए, किसानों को दीजिए। आप प्रधानमंत्री हैं। आप मदद करना चाहें तो बिल्कुल कर सकते हैं।’
इससे पूर्व मथुरा के ठाकुर द्वारिकाधीश मंदिर में दर्शन कर शहर के हृदयस्थल घंटाघर के नीचे किसान रथ पर खड़े होकर जनता से कहा कि ढाई साल पूर्व सत्ता पर काबिज हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपसे कई वादे किए थे। लेकिन उनमें से कोई वादा पूरा नहीं हुआ। न आपके बच्चों को रोजगार मिला, और न किसानों की आत्महत्याएं बंद हुईं।
लेकिन अब मैं कहना चाहता हूं कि यदि नरेंद्र मोदी वास्तव में आप सबकी मदद करना चाहते हैं तो इस प्रकार से काम करें। उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार थी तब ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल के दाम 140 डॉलर प्रति बैरल था। आज 40 डॉलर प्रति बैरल है। ढाई साल में आपने कम से कम 10 लाख करोड़ बचाए हैं। उसे बांट दीजिए। हमने सत्ता में रहते हुए किसानों के 70 हजार करोड़ माफ किए थे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से यमुना नदी को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए कुछ ठोस काम करने की अपील भी की। रोड शो की शुरुआत मसानी चौराहे पर स्थित महाराजा अग्रसेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ हुई और समापन डीग गेट चौराहे पर डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के पास हुआ। इसके बाद वे सीधे आगरा एवं फिरोजाबाद के रोड शो कार्यक्रम में शामिल होने के लिए चले गए।
कांग्रेस ने किसानों व सैनिकों की चिंता नहीं की : भाजपा
किसानों एवं सैनिकों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री पर राहुल गांधी के प्रहार पर भाजपा ने पलटवार करते हुए शनिवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकारों ने किसानों, सैनिकों की कोई चिंता नहीं की और वे घोटालों की खबरों से भरी रहीं। जबकि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों और सेना का सम्मान सुनिश्चित करने, आर्थिक मुद्दों को सुलझाने में निर्णायक पहल की। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा के मुताबिक राहुल गांधी किसानों और सैनिकों के नाम पर केवल राजनीति कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों और जवानों के उत्थान और विकास के लिए प्रभावकारी कदम उठाए हैं। जबकि राहुल गांधी की पार्टी कांग्रेस के शासनकाल के दौरान घोटालों की भरमार रही। अब विपक्ष में आने के बाद उन्होंने अनेकों टोटके किए, कई सभाएं कीं लेकिन जनता का ध्यान नहीं आकृष्ट कर पाए। राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने किसानों के लिए कुछ भी नहीं किया और इसके कारण आजादी के इतने वर्ष गुजर जाने के बाद भी किसान फटेहाल है।
भाजपा नेता ने कहा कि आज सीमा पर सैनिकों को पूरी आजादी दी गई है। जबकि कांग्रेस के शासन के दौरान सेना के हाथ बंधे हुए थे। सैनिक हाथ बंधे होने के कारण मजबूर थे। मोदी सरकार ने किसानों एवं सैनिकों का सम्मान सुनिश्चित करने के लिए अनेक पहल की हैं। जिनका परिणाम दिख रहा है। सैनिकों के लिए वन रैंक, वन पेंशन योजना शुरू की ,जो जवानों के हित में एक महत्वपूर्ण पहल है। कच्चे तेल की कीमतों का लाभ जनता तक नहीं पहुंचने के राहुल के आरोपों पर शर्मा ने कहा कि पहले यह लाभ कुछ लोगों की जेब में जाता था लेकिन अब कच्चे तेल की कीमतों में कमी का दोतरफा लाभ आम जनता को मिल रहा है। एक तरफ कीमतें कम की जा रही हैं तो दूसरी तरफ इससे बचाई गई राशि से गांवों में आधारभूत ढांचे का विकास किया जा रहा है। मोदी सरकार ने किसानों के हित में कई पहल की हैं जिनमें नीम लेपित यूरिया पेश करना, किसान फसल बीमा योजना पेश करना, किसानों को सस्ता कर्ज सुगम बनाना, हर खेत तक पानी पहुंचाना शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में कहा कि नरेंद्र मोदी ने सातवें वेतन आयोग में सेना को जो वृद्घि दी है, सेना प्रमुख उसे लेने के लिए तैयार नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आप सिर्फ बड़े उद्योगपतियों की ही मदद मत कीजिए। ढाई साल में आपने जो कच्चे तेल के दाम गिरने से लाखों करोड़ रुपया बचाया है उसे खजाने से निकालिए, सेना को दीजिए, किसानों को दीजिए।