हरियाणा में नारनौल विधानसभा सीट पर जातीय आंकड़ों का समीकरण जीत में अहम भूमिका निभा सकता है। यहां पर मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच देखा जा रहा है। दोनों ही दलों ने अहीर जाति के प्रत्याशी उतारे हैं। इसलिए जीत में ब्राह्मण और सैनी के मतदाताओं का रुख अहम साबित हो सकता है। करीब डेढ़ लाख मतदाताओं की नारनौल सीट पर अहीर जाति के सर्वाधिक करीब 40 हजार मतदाता हैं। इसके बाद सैनी बिरादरी से 20 हजार, करीब साढ़े नौ हजार ब्राह्मण और साढ़े सात हजार महाजन मतदाता हैं। चूंकि कांग्रेस और भाजपा ने अहीर उम्मीदवार उतारे हैं, इसलिए इन मतों का विभाजन हो सकता है। कांग्रेस ने तीसरी बार राव नरेंद्र को टिकट दिया है तो भाजपा ने भी तीसरी बार ओमप्रकाश यादव पर भरोसा किया है।
जेजेपी ने अबकी बार दो चुनाव लड़ चुके सुरेश सैनी को टिकट दिया
जननायक जनता पार्टी ने अबकी बार दो चुनाव लड़ चुके सुरेश सैनी को टिकट दिया है। इंडियन नैशनल लोकदल ने अपने बुरे दिनों में पार्टी का साथ देने वाले नरसिंह दायमा को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी रविंद्र सिंह मटरू पिछले दो साल से तैयारी कर रहे हैं। रविंद्र सिंह ऐसे मतदाताओं पर नजर लगाए हैं, जो किसी भी दल को पसंद नहीं करते।
नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से सैनी मतदाताओं को रुझान भाजपा के साथ दिखा है। इसके अलावा ब्राह्मण मतदाता भी भाजपा के परंपरागत वोटर रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी को अबकी बार जाट और अनुसूचित जाति का भरपूर सहयोग मिलता दिखाई दे रहा है। सत्ता विरोधी लहर दक्षिणी हरियाणा में उत्तरी और मध्य हरियाणा की बनिस्पत यहां कम असरकारक है। भितरघात की आशंका दोनों दलों में असर कर सकती है।
उधर, हरियाणा में पांच अक्तूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में आजाद समाज पार्टी (एएसपी) के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत चौटाला ने त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की है, लेकिन विश्वास जताया है कि उनका गठबंधन पर्याप्त सीट जीतकर नतीजों के बाद एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में उभरेगा। हरियाणा में 2019 के विधानसभा चुनाव में जजपा ने 90 विधानसभा सीट में से 10, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 40 और कांग्रेस ने 31 सीट जीती थीं। जजपा ने ‘किंगमेकर’ की भूमिका निभाते हुए चुनाव के बाद भाजपा के साथ गठबंधन किया था।
पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के प्रपौत्र 36 वर्षीय चौटाला का अनुमान है कि विधानसभा चुनाव में कोई भी पार्टी 40 सीट का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी। पूर्व उपमुख्यमंत्री चौटाला ने कहा कि कोई भी पार्टी अपने दम पर सरकार नहीं बना सकती और संभावना है कि कोई भी 40 सीट का आंकड़ा पार न कर पाए। समाचार एजंसी से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हमारा गठबंधन पर्याप्त संख्या में सीट जीतेगा और एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभरेगा।’