Narendra Modi-Xi Jinping Meet Highlights & News Updates in Hindi: चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग शुक्रवार (11 अक्टूबर, 2019) शाम तमिलनाडु के महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले। भारतीय पीएम ने इस दौरान उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और बाद में दोंनों के बीच अनौपचारिक रूप से बातचीत हुई। मोदी ने इसके बाद चिनफिंग को यूनेस्को की ऐतिहासिक धरोहरें दिखाईं और उनके बारे में बताया, जिनमें अर्जुन का तपस्या स्थल, सातवीं-आठवीं सदी में पल्लव राजाओं द्वारा खोजा गया वन्य जीव क्षेत्र, कृष्णा बटर बॉल (स्थिर रहने वाला विशालकाय पत्थर) शामिल था।
खाने से पहले लिया गाने का आनंदः मोदी इस दौरान तमिलनाडु के सफेद रंग के पारंपरिक परिधान में नजर आए, जिसे वेष्टी बोला जाता है। बाद में दोनों नेताओं में साथ बैठक की और नारियल पानी पीया। कार्यक्रम के तहत आगे दोनों ने ‘शोर टेंपल’ में भजन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लिया। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मोदी-चिनफिंग ने शाम सात बजे रात्रिभोज शुरू किया गया था और यह डिनर पार्टी पीएम की ओर से आयोजित की गई।
रात्रिभोज में क्या-क्या मोदी-चिनफिंग ने खाया?: डिनर में मोदी और चिनफिंग ने पारंपरिक दक्षिण भारतीय व्यंजनों का लुत्फ लिया। ‘पीटीआई-भाषा’ ने सूत्रों के हवाले से बताया कि दोनों नेताओं को डिनर में बाकी व्यंजनों के साथ दालों से बनाया जाने वाला ‘सांभर’ भी परोसा गया।
मेन्यू में ये सब रहा खासः पिसी दाल, विशेष मसालों और नारियल से तैयार की जाने वाली ‘अराचु विट्टा सांभर’ मेन्यू में आकर्षण का मुख्य केंद्र रही। वहीं, टमाटर से बनी थक्कली रसम, इमली, कदलाई कुरुमा और मिष्ठान में हलवा समेत विभिन्न व्यंजन परोसे गए। चीनी राष्ट्रपति के लिए चुनिंदा मांसाहारी व्यंजन भी तैयार किए गए।
Highlights
PM मोदी की ओर से शी चिनफिंग के लिए रखी गई डिनर पार्टी में नॉन वेज व्यंजन भी थे। यह रहा उसी से जुड़ा मीन्यूः
पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की तय अनौपचारिक शिखर बैठक से एक दिन पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि मोदी चीन के साथ ''''56 इंची सीना'''' दिखाते हुए और आंखों में आंखें डालकर बात करें तथा यह सवाल करें कि चीन डोकलाम से कब हट रहा है?
पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को चिनफिंग से यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और इसमें उनका कोई सुझाव नहीं चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, ''''शी चिनफिंग अनुच्छेद 370 पर इमरान खान का समर्थन करते हैं, ऐसे में मोदी जी मामल्लापुरम में उनकी आंखों में आंखें डालें और बोलें: 1. पीओके में कब्जे वाली 5000 किलोमीटर की भूमि खाली करो। 2. भारत में 5जी के लिए चीनी कंपनी हुवेई की जरूरत नहीं।''
महालबलीपुरम में सांस्कृतिक कार्यक्रम खत्म होने के बाद शोर टेंपल से बाहर निकलते हुए दोनों नेता।
समाचार एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री Narendra Modi और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का रात्रिभोज महाबलीपुरम में शाम सात बजे शुरू हुआ था, जबकि उनके बीच अभी भी बातचीत जारी है। यानी दोनों दिग्गज नेता दो घंटे से साथ हैं और उनके बीच बातें हो रही हैं।
नरेंद्र मोदी की ओर से चीनी राष्ट्रपति को इस दौरे पर कुछ तोहफे भी भेंट किए गए हैं। इनमें Nachiarkoil है, जो कि अन्नम लैंप होता है, जबकि इसके साथ नृत्य करतीं सरस्वती की थंजुवर पेंटिंग भी उन्हें भेंट की गई है।
पुलिस ने शुक्रवार को चेन्नई हवाई अड्डे और चीनी राष्ट्रपति के ठहरने वाले होटल के बाहर कथित रूप से प्रदर्शन की कोशिश कर रहे 11 संदिग्ध तिब्बतियों को हिरासत में लिया। अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी इसी होटल में ठहरने वाले हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने तिब्बती झंडे के साथ मौजूद एक शख्स को वहां से दूर ले गयी और यहां पहुंचने के बाद चीनी राष्ट्रपति जिस होटल में ठहरने वाले हैं उसके बाहर अचानक प्रदर्शन की कोशिश कर रहे चार अन्य को भी दूर ले गई। कुछ पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारी को एक ऑटोरिक्शा में बैठा कर दूर ले गये, जबकि चार अन्य को पुलिस वाहन में ले जाया गया।
इस बीच, हवाईअड्डा पुलिस ने बताया कि उन्होंने शी के पहुंचने से पहले हवाईअड्डा पर प्रदर्शन की कोशिश कर रहे छह तिब्बतियों को हिरासत में लिया।
तमिलनाडु में मोदी-चिनफिंग की भेंट के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी चीनी राष्ट्रपति से 'शोर टेंपल' में मिले।
जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करने के भारत के फैसले पर द्विपक्षीय संबंधों में उतार-चढ़ाव की हालिया स्थिति के तत्काल बाद यह यात्रा हो रही है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी, राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित तथा तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष पी धनपाल ने चीनी राष्ट्रपति का स्वागत किया।
शी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए करीब 24 घंटे की भारत यात्रा पर आए हैं। तमिलनाडु से करीब 50 किलोमीटर दूर पुरातनकालीन तटीय शहर मामल्लापुरम में यह शिखर वार्ता होगी जो चीन के फुजियान प्रांत के साथ मजबूत व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों के कारण अहम है।
चिनफिंग संग विदेश मंत्री वांग यी और चीन के स्टेट काउंसिलर यांग जियेची आए हैं। दोनों ही भारत में अपने समकक्षों विदेश मंत्री एस जयशंकर तथा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ अलग-अलग बातचीत कर सकते हैं।
मोदी ने चिनफिंग को यूनेस्को की ऐतिहासिक धरोहरें दिखाईं और उनके बारे में बताया, जिनमें अर्जुन का तपस्या स्थल, सातवीं-आठवीं सदी में पल्लव राजाओं द्वारा खोजा गया वन्य जीव क्षेत्र, कृष्णा बटर बॉल (स्थिर रहने वाला विशालकाय पत्थर) शामिल था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाबलीपुरम में चीनी राष्ट्रपति को रिसीव करने बाद उन्हें वह स्थल दिखाया, जहां पर अर्जुन ने तपस्या की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता से द्विपक्षीय संबंध मजबूत होने की आशा जताते हुए अंग्रेजी, तमिल और मंडारिन भाषा में ट्वीट किया। उन्होंने शी के भारत में स्वागत के लिए भी तीनों भाषाओं में ट्वीट किया। शी के यहां पहुंचने के बाद मोदी ने अंग्रेजी में अपने ट्वीट में लिखा, ‘‘राष्ट्रपति, भारत में आपका स्वागत है।’’ उन्होंने इसे तमिल और मंडारिन भाषा में भी लिखा।
इससे पहले, मोदी ने आज सुबह शी के साथ अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए अपने चेन्नई पहुंचने की जानकारी देते हुए तीनों भाषाओं में ट्वीट किया, ‘‘चेन्नई पहुंचा हूं। मैं तमिलनाडु की महान भूमि पर आकर खुश हूं जो अपनी अद्भुत संस्कृति और आतिथ्य सत्कार के लिए जानी जाती है।’’
मोदी और चिनफिंग की दूसरी अनौपचारिक भेंट आज महाबलीपुरम में है। इससे पहले तमिलनाडु में दोपहर को ईस्ट कोस्ट रोड पर स्थानीय कलाकारों ने दोनों दिग्गज नेताओं की तस्वीरों वाली तख्तियां लेकर पारपंरिक प्रस्तुति दी।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का स्वागत करने के लिए चेन्नई में शुक्रवार को भारत में रहने वाले चीन के नागरिक पहुंचे। दोपहर को आईटीसी ग्रांड चोला होटल के बाहर वे शी के आने का इंतजार करते हुए।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग चेन्नई एयरपोर्ट से होटल आईटीसी ग्रांड चोला जा रहे हैं। वहीं आज शाम पीएम मोदी से महाबलीपुरम में मुलाकात करेंगे। यह एक अनौपचारिक मुलाकात होगी।
दोनों पक्षों के अधिकारियों ने कहा कि मोदी-शी शिखर वार्ता में मुख्य रूप से उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच द्विपक्षीय कारोबार तथा विकास सहयोग को कश्मीर मुद्दे पर मतभेदों तथा सीमा संबंधी जटिल विषय से अलग ले जाने पर ध्यान होगा। संबंधों में असहज स्थिति के बावजूद चिनफिंग के भव्य स्वागत के लिए प्रदेश और केंद्र सरकार की एजेंसियों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इस तटीय शहर को रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाया गया है। चिनफिंग जिन ऐतिहासिक स्थलों का दौरा करेंगे, उन्हें भी विशेष रूप से सजाया-संवारा गया है। दोनों नेता मामल्लापुरम में बंगाल की खाड़ी को निहारते सातवीं सदी के शोर मंदिर परिसर में अनौपचारिक परिवेश में वार्ता करेंगे।
सामरिक मामलों के विशेषज्ञ अशोक कंठ के अनुसार शुक्रवार और शनिवार को शिखर वार्ता में विवादास्पद मुद्दों से आगे बढ़ने पर तथा कश्मीर मसले से दोनों देशों के संबंधों पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ने देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्विटर पर कहा कि दोनों नेता विभिन्न विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे जिनमें कोई एजेंडा की सीमा नहीं होगी। मोदी और चिनफिंग की अनौपचारिक शिखर वार्ता ऐसे समय में हो रही है, जब करीब दो महीने पहले ही भारत ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को वापस लेकर राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांट दिया है।
मोदी और शी शाम को बंगाल की खाड़ी को निहारते सातवीं सदी के शोर मंदिर परिसर में अनौपचारिक परिवेश में वार्ता करेंगे। इस दौरान कोई सहयोगी नहीं होगा और ना ही कोई एजेंडा होगा। इसमें संबंधों के समग्र विस्तार के लिए नया खाका तैयार करने पर ध्यान केंद्रित होगा।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग चेन्नई एयरपोर्ट पहुंच चुके हैं। वहां उनका पारंपरिक तरीके से स्वागत किया जा रहा है।
तिब्बती झंडे के साथ वहां अचानक प्रदर्शन की कोशिश कर रहे एक शख्स को पुलिस फौरन वहां से दूर ले गयी तथा प्रदर्शनकारियों को नारेबाजी करने से भी रोकती दिखी। कुछ पुलिसकर्मी उसे एक आटोरिक्शा में बैठा कर दूर ले गये, जबकि चार अन्य को पुलिस वाहन में ले जाया गया।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग थोड़ी ही देर में चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचेंगे। चेन्नई एयरपोर्ट पर चीनी राष्ट्रपति का पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत किया जाएगा।
पुलिस ने यहां शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति के ठहरने वाले होटल के बाहर कथित रूप से प्रदर्शन की कोशिश कर रहे पांच संदिग्ध तिब्बतियों को हिरासत में लिया। अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग इसी होटल में ठहरने वाले हैं। तटीय शहर मामल्लपुरम के समीप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी दूसरी अनौपचारिक बैठक के लिये चिनफिंग दोपहर बाद पहुंचने वाले हैं। तिब्बती झंडे के साथ वहां अचानक प्रदर्शन की कोशिश कर रहे एक शख्स को पुलिस फौरन वहां से दूर ले गयी तथा प्रदर्शनकारियों को नारेबाजी करने से भी रोकती दिखी। कुछ पुलिसकर्मी उसे एक आटोरिक्शा में बैठा कर दूर ले गये, जबकि चार अन्य को पुलिस वाहन में ले जाया गया। शहर और मामल्लपुरम, किसी किले में तब्दील हो गया है और जिस स्टार होटल में चिनंिफग ठहरने वाले हैं उसे बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। मोदी और चिनफिंग यहां दोपहर को पहुंचेंगे, जहां वे दो दिन शुक्रवार एवं शनिवार को विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता में शामिल होने के लिए शुक्रवार को यहां पहुंचे। वह दिल्ली से एक विशेष विमान से यहां पहुंचे और तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित और मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी समेत अन्य ने उनका स्वागत किया। बाद में प्रधानमंत्री यहां से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तटीय नगर मामल्लापुरम जाएंगे जहां दोनों हाई प्रोफाइल नेताओं के बीच दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता होगी। पिछले साल मोदी और शी के बीच चीनी शहर वुहान में पहली अनौपचारिक शिखर वार्ता हुई थी। दोनों के बीच इस दो दिवसीय वार्ता के दौरान विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होगी। वार्ता का समापन शनिवार को होगा।
शी अपराह्न करीब दो बजे चेन्नई पहुंचेंगे और इसके बाद एक आलीशान होटल में जाएंगे। मोदी शाम पांच बजे शी को मामल्लापुर के तीन स्मारकों अर्जुन की तपस्या स्थली, पांच रथ और शोर मंदिर लेकर जाएंगे। इसके बाद दोनों नेता मंदिर परिसर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे। दोनों नेता शोर मंदिर परिसर में बैठेंगे और विकास एवं सहयोग का नया खाका बनाने पर विचार साझे करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मंदिर परिसर में शी के लिए निजी रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे। दोनों नेता शनिवार को फिशरमैन्स कोव रिजार्ट में एक बैठक करेंगे, जिसके बाद प्रतिनिधि मंडल स्तर की वार्ता होगी। इसके बाद मोदी दोपहर के खाने पर शी की मेजबानी करेंगे और चीनी नेता दोपहर पौने एक बजे चेन्नई हवाईअड्डे के लिए रवाना होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग समुद्र किनारे स्थित इस प्राचीन नगर में सातवीं सदी के शोर मंदिर परिसर में शुक्रवार को बैठेंगे। वे कश्मीर मुद्दे पर भारत और चीन की कड़ी बयानबाजी से तनावपूर्ण हुए द्विपक्षीय संबंधों को पटरी पर लाने की कोशिश करेंगे। शी के शुक्रवार शाम करीब पांच बजे यहां पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। राज्य एवं केंद्र सरकार की एजेंसियां इस तटीय शहर में बैठक की पूरे जोर शोर से तैयारियां कर रही हैं। इस शहर का चीन के फुजियांग प्रांत से मजबूत ऐतिहासिक संबंध रहा है। अधिकारियों ने बताया कि शी अपराह्न करीब दो बजे चेन्नई पहुंचेंगे और इसके बाद एक आलीशान होटल में जाएंगे। मोदी शाम पांच बजे शी को मामल्लापुर के तीन स्मारकों अर्जुन की तपस्या स्थली, पांच रथ और शोर मंदिर लेकर जाएंगे। इसके बाद दोनों नेता मंदिर परिसर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे। दोनों नेता शोर मंदिर परिसर में बैठेंगे और विकास एवं सहयोग का नया खाका बनाने पर विचार साझे करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री मंदिर परिसर में शी के लिए निजी रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।
मोदी और चिनफिंग के स्वागत के लिए विशेष द्वार तैयार किया गया है। इस द्वार का निर्माण 18 तरह की सब्जियों और फलों से किया गया है।
यह वार्ता ऐेसे समय में हो रही है जब कश्मीर मामले पर दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव पैदा हो गया है। उल्लेखनीय है कि शी और इमरान खान की बीजिंग में हुई बैठक के बाद बुधवार को जारी संयुक्त बयान में कहा गया था कि चीन कश्मीर घाटी में हालात पर करीब से नजर रख रहा है। इसके बाद भारत और चीन के बीच संबंधों में फिर से असहज स्थिति पैदा हो गयी थी। बयान में कहा गया कि कश्मीर का मुद्दा इतिहास से विवाद में चला आ रहा है और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के अनुसार इसका उचित और शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाना चाहिए। शी-खान की मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि भारत का यह लगातार एवं स्पष्ट रुख रहा है कि जम्मू कश्मीर देश का अभिन्न हिस्सा है और चीन इस संबंध में नयी दिल्ली के रुख से भलीभांति अवगत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनंिफग के बीच शिखर वार्ता से पहले यहां और निकटवर्ती मामल्लापुरम में जोर शोर से चल रहे सफाई अभियान का जिक्र करते हुए मद्रास उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को अपनी मौखिक टिप्पणी में कहा कि नेताओं को तमिलनाडु का दौरा अक्सर करना चाहिए, ताकि राज्य साफ-सुथरा बना रहे। न्यायमूर्ति एस वैद्यनाथन और न्यायमूर्ति सी सरवनन की अवकाश पीठ ने अवैध बैनर लगाने वालों को अधिकतम सजा देने के लिए विशेष कानून बनाए जाने मांग करने वाली याचिका की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की। अवैध बैनर गिरने से एक महिला आर सुबाश्री की मौत हो गई थी। महिला के पिता ने यह याचिका दायर की है। पीठ ने कहा कि अब मामल्लापुरम बहुत साफ हो गया है। जब बड़े नेता आते हैं, सरकार तभी ऐसे कदम उठाती है। यदि तमिलनाडु को साफ-सुथरा बनाना है तो ऐसे नेताओं को अक्सर दौरे करते रहने होंगे। मोदी और शी की शुक्रवार को यहां से करीब 50 किलोमीटर दूर मामल्लापुरम में बैठक होनी है। इसके मद्देनजर चेन्नई और मामल्लापुरम में युद्ध स्तर पर सफाई और सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है। इसी का जिक्र करते हुए न्यायाधीशों ने यह टिप्पणी की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शुक्रवार को दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भारत आ रहे हैं और ऐसे मौके पर वह मोदी को ऐसा उपहार प्रदान करेंगे जो दोनों ही नेताओं की दोस्ती के साथ-साथ दोनों देशों के बीच के मैत्रीपूर्ण संबंधों को दिखाएगा। पिछले कई वर्षों में मोदी और शी कई बार मिल चुके हैं और पिछले साल चीन के शहर वुहान में पहले अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में दोनों ने निजी संबंध विकसित किए जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध को सामान्य करने में मदद मिली थी। चीन के विदेश मंत्रालय ने मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में बताया कि शी की योजना मोदी को एक ऐसा उपहार देने की है जो उन दोनों और दोनों देशों के बीच की मित्रता को दिखाएगा। भारत के अलावा शी नेपाल के दौरे पर भी जाएंगे। वुहान शिखर सम्मेलन में मोदी ने राष्ट्रपति शी को चीन के प्रसिद्ध कलाकार शु बीहोंग की पेंटिंग उपहार में दी थी। बीहोंग चीनी स्याही पेंटिंग के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने विश्व भारती विश्वविद्यालय में पढ़ाया था और भारत में रहने के दौरान रबींद्रनाथ टैगोर और महात्मा गांधी से मुलाकात की थी।
शाम को मोदी और शी की मुलाकातें हो सकती हैं, जिनमें अधिकतर में उनके साथ केवल उनके दुभाषिये होंगे। बैठकों में दोनों नेता चीन-भारत संबंधों को आगे ले जाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे, जिनमें खासकर भारत में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को समाप्त किये जाने के बाद भारत के खिलाफ पाकिस्तान के अभियान को बीजिंग के समर्थन को लेकर विपरीत परिस्थितियां पैदा हो गई थीं।
चीन के विदेश मंत्री के मुताबिक, ‘‘यह मुलाकात पूरी दुनिया को चीन और भारत का यह सुसंगत संदेश एक बार फिर भेजेगी व अनिश्चितता से भरी दुनिया में स्थिरता और सकारात्मक ऊर्जा भरेगी।’’ लुओ ने कहा कि यह एक अनौपचारिक बातचीत है, इसलिए दोनों नेताओं को बिना किसी निर्धारित विषय के विचारों के मुक्त आदान-प्रदान के लिए सहज माहौल मिलेगा। वैसे, इस भेंट में किसी करार की संभावना नहीं है।