उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने की बात कई बार कह चुके मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस वक्त किन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं? कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने, बीमारू राज्य में विकास के एजंडे को लागू करने समेत तमाम मसलों पर जनसत्ता से उन्होंने अपने सरकारी आवास पर खुलकर बात की।

प्र. कानून व्यवस्था को लेकर आपकी सरकार पर सवाल उठते रहे हैं। कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने में समस्या क्या है? आए दिन होने वाली घटनाओं पर विराम लगाने के लिए सरकार कर क्या रही है?

उत्तर. आबादी के लिहाज से सबसे बड़ा है उत्तर प्रदेश। पुलिस बल की संख्या को बढ़ाने के लिए हम उसमें भर्तियां कर रहे हैं। पुलिस बल को अत्याधुनिक बनाने की कोशिशें जारी हैं। डेढ़ हजार करोड़ रुपए उत्तर प्रदेश पुलिस को हाईटेक बनाने पर खर्च किए जा रहे हैं। कानून व्यवस्था को दुरुस्त करना समाजवादी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए लगातार पुलिस अधिकारियों को निर्देश जारी किये जा रहे हैं। ऐसी घटनाएं जिनमें पुलिस की संलिप्तता उजागर हुई है, उसमें शामिल पुलिस कर्मियों के खिलाफ सरकार कठोर कार्रवाई कर रही है। उत्तर प्रदेश को अराध मुक्त बनाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। थोड़ा समय और दीजिये, प्रदेश में पुलिस बल में तेजी दिखने लगेगी।

प्र. पुलिस बल की सुस्ती को दूर करने के लिए आप अपने स्तर से क्या करने की सोच रहे हैं?

उत्तर. हमने औचक निरीक्षण करने का फैसला किया है। बहुत जल्द मैं देर रात बिना बताये थानों का औचक निरीक्षण करूंगा। भरोसा रखिये निरीक्षण के दौरान जिस थाने पर गड़बड़ी पाई जाएगी उसके विरुद्ध मैं वहीं कठोर कार्रवाई करूंगा। उत्तर प्रदेश में हर थाने को दुरुस्त करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है।

प्र. उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाने की जो रणनीति आपने बनाई है उसको अमल में लाने में कैसी दिक्कतें पेश आ रही हैं?

उत्तर. जिस उत्तर प्रदेश ने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए 73 सांसदों को जिताकर भेजा। केन्द्र में सरकार बनने के बाद आज उसी प्रदेश की उपेक्षा हो रही है। दर्जनों योजनाओं के लिए केन्द्र सरकार को धनराशि देने के लिए अनुरोध पत्र लिखे गए, लेकिन उन्होंने संज्ञान ही नहीं लिया। प्रदेश के विकास के लिए हमें समय पर केन्द्र सरकार से पैसा नहीं मिलता। ऐसे में अपने सीमित संसाधनों से जितना बेहतर कर पाने की गुंजाइश बन रही है, हम लगातार कर रहे हैं। बीते साढ़े तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश में विकास के लिए जितने काम किये गए वैसा पूर्ववर्ती किसी भी सरकार के समय कभी नहीं हुआ।

प्र. प्रदेश के विकास में केंद्र सरकार की भूमिका को आप किस नजरिये से देखते हैं?

उत्तर. अखिलेश. इस वर्ष मार्च में अति वृष्टि और ओला वृष्टि से किसानों की खड़ी फसल तबाह हो गई। उसके बाद भी उन्होंने किसानों को मुआवजे के लिए एक रुपये भी नहीं दिए। जबकि प्रदेश सरकार ने करीब आठ हजार करोड़ रुपये की मांग केन्द्र से की थी। हमने अपने सीमित संसाधनों के बावजूद ढ़ाई हजार करोड़ रुपये की राहत राशि किसानों को बांटी। किसानों के ऋण माफ किए। उन्हें मुफ्त सिंचाई और बिजली दी। वे सब देख रहे हैं। जनता को बयानों में उलझाया नहीं जा सकता। वो काम देखती है।

प्र. विपक्ष आपकी सरकार पर एक खास धर्म के लोगों का हितैशी होने का आरोप लगाता है। आपका इसपर क्या कहना है?

उत्तर. जो लोग सरकार पर ऐसे आरोप लगाते हैं उनसे मैं पूछना चाहता हूं कि लखनऊ से आगरा तक बन रहे एक्सप्रेस वे पर क्या एक खास धर्म के लोग ही चलेंगे? मैट्रो क्या किसी खास धर्म के लोगों के लिए हमारी सरकार शुरू करने जा रही है? क्या लैपटाप, कन्या विद्या धन, श्रवण यात्रा, समाजवादी एम्बुलेंस सेवा, समाजवादी पेंशन योजना, लोहिया बस सेवा, बेरोजगारी भत्ता, शिक्षकों समेत प्रदेश सरकार में लाखों की संख्या में होने वाली नियुक्तियों का लाभ किसी एक धर्म के लोगों को ही प्राप्त हो रहा है? जिनके पास उत्तर प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जाने का विजन नहीं है। वे प्रदेश सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगाकर उत्तर प्रदेश की जनता को दो भागों में बांटने की कोशिश में हैं। ताकी वे इसका सियासी लाभ उठा सकें।

प्र. उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने की कोशिशें हो रही हैं। इससे कैसे निपटेंगे?

उत्तर. साढ़े तीन साल कठिन परिश्रम कर हमने उत्तर प्रदेश में विकास का माहौल खड़ा किया है। जो उत्तर प्रदेश का सौहार्द बिगाड़ने की कोशिशों में लगे हैं उन्हें मैं आगाह करना चाहता हूं कि यदि किसी ने उत्तर प्रदेश का माहौल खराब करने की कोशिश की तो उसके विरुद्ध कठोरतम दण्डात्मक कार्रवाई की जायेगी।

(अंशुमान शुक्ल)