केन्द्र की मोदी सरकार ने आज शाम पांच बजे एलएसी पर चीन के साथ जारी तनातनी के मुद्दे पर एक सर्वदलीय बैठक बुलायी है। राजद, आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम को इस बैठक का न्यौता नहीं दिया गया है। राजद के बाद अब आम आदमी पार्टी और एआईएमआईएम ने भी इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है। इस बैठक में सभी पार्टियों के प्रमुख वर्चुअल तरीके से भाग लेंगे।
आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपने एक बयान में कहा है कि “ऐसे समय में जब सभी को एकजुट होकर आगे बढ़ने की जरुरत है। आप सिर्फ सबका साथ सबका विकास जपते हैं लेकिन सभी को साथ लेकर चलने की आपकी इच्छा नहीं है।” वहीं एआईएमआईएम ने भी सर्वदलीय बैठक में उनकी पार्टी को नहीं बुलाने पर सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की है।
इससे पहले अपने एक ट्वीट में संजय सिंह ने लिखा था कि “केन्द्र में एक अजीब अहंकार ग्रस्त सरकार चल रही है। आम आदमी पार्टी की दिल्ली में सरकार है, पंजाब में मुख्य विपक्षी पार्टी है। 4 सांसद हैं देश भर में संगठन लेकिन किसी महत्वपूर्ण विषय पर भाजपा को AAP की राय नहीं चाहिए। कल की बैठक में प्रधानमंत्री जी क्या बोलेंगे पूरे देश को इंतजार है?”
दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल से जब उनकी पार्टी को सर्वदलीय बैठक में नहीं बुलाए जाने के संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘हम देश और हमारे सुरक्षाबलों के साथ खड़े हैं। चीन के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।’
सर्वदलीय बैठक में राजद को भी नहीं बुलाया गया है। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि आरजेडी के पांच सांसद हैं लेकिन हमें सर्वदलीय बैठक में नहीं बुलाया गया। तेजस्वी यादव ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से कहा कि वे बताएं कि आरजेडी को न्योता क्यों नहीं भेजा गया?
बता दें कि आरजेडी के सभी पांच सांसद राज्यसभा में हैं और लोकसभा में पार्टी का एक भी सांसद नहीं है। केन्द्र सरकार के सूत्रों के अनुसार, उन्हीं पार्टियों को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है, जिनके लोकसभा में कम से कम पांच सांसद हैं। बता दें कि सर्वदलीय बैठक में सभी पार्टी प्रमुख, केन्द्रीय मंत्री और उत्तर पूर्व की प्रमुख पार्टियों को बुलाया गया है।
आंध्र प्रदेश के सीएम और वाईएसआर कांग्रेस के प्रमुख जगनमोहन रेड्डी, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल होंगी। बता दें कि चीनी सैनिकों के हमले में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद से सीमा पर तनाव का माहौल है। इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए पीएम ने आज सर्वदलीय बैठक बुलायी है।