नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मंत्रिपरिषद का पहला विस्तार करते हुए 21 नए चेहरों को जगह दी जिससे मंत्रियों की कुल संख्या 66 हो गई। विस्तार के बावजूद मंत्रिपरिषद का यह आकार मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्व की यूपीए सरकार और अटल बिहारी वाजपेयी नीत राजग सरकार से छोटा है।
मनमोहन सिंह मंत्रिपरिषद का आखिरी विस्तार अक्तूबर, 2012 में हुआ था और इसके बाद मंत्रियों की कुल संख्या 78 हो गई थी। वाजपेयी सरकार का गठन भी 56 मंत्रियों के साथ हुआ था, लेकिन बाद में विस्तार होने पर यह आंकड़ा करीब 88 तक पहुंच गया था। मोदी मंत्रिपरिषद में उनके सहित कुल 27 कैबिनेट मंत्री, 13 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 26 राज्यमंत्री हैं। सिंह के मंत्रिमंडल में 33 कैबिनेट, 12 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 22 राज्यमंत्री थे।
यूपीए-2 सरकार की शुरुआत में 78 मंत्री थे लेकिन तृणमूल कांग्रेस के समर्थन वापस लेने और उसके कुछ मंत्रियों के इस्तीफे के बाद मंत्रिपरिषद का आकार थोड़ा छोटा हो गया था।
वाजपेयी सरकार की शुरुआत 26 कैबिनेट, आठ राज्यमंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) और 22 राज्यमंत्रियों के साथ हुई थी। बाद में मंत्रियों की संख्या 88 तक पहुंच गई थी।