प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अमेरिका दौरा कई मायनों में खास साबित हो रहा है। पहली बार स्टेट विजिट पर आए पीएम मोदी का जिस अंदाज में अमेरिका में स्वागत हुआ है, ये पूरी दुनिया में चर्चा का विषय है। कहने को पीएम मोदी पहले भी अमेरिका आ चुके हैं, लेकिन इस बार क्योंकि ये स्टेट विजिट रही, ऐसे में मेहमाननवाजी भी उतनी ही खास देखने को मिली। एक तरफ राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दिल खोलकर स्वागत किया, तो दूसरी तरफ पीएम मोदी ने भी अपनी संस्कृति की झलक सात समुंदर पार भी दिखा दी।
पीएम मोदी की बड़ी मुलाकातें
गुरुवार को अमेरिका में पीएम मोदी के कई कार्यक्रम रहे जिसकी शुरुआत वॉशिंगटन पहुंचकर हुई। वॉशिंगटन पहुंचते ही पीएम मोदी ने नेशनल साइंस फाउंडेशन के कार्यक्रम में शिरकत की, वहां पर उनका संबोधन हुआ। उसके बाद पीएम मोदी ने माइक्रोन टेक्नोलॉजीज के सीईओ संजय मेहरोत्रा से मुलाकात की, वहीं इसके बाद उनकी जनरल इलेक्ट्रिक के सीईओ एच. लॉरेंस कल्प जूनियर से भी अहम बातचीत हुई।
गिफ्ट डिप्लोमेसी और भारती की संस्कृति
इन मुलाकातों के बाद पीएम मोदी व्हाइट हाउस पहुंचे जहां पर उन्हें प्राइवेट डिनर दिया गया। वहां पर पीएम मोदी की गिफ्ट डिप्लोमेसी के दर्शन हुए क्योंकि उनकी तरफ से सिर्फ जो बाइडेन को तोहफे नहीं दिए गए, बल्कि एक तरह से मिनी इंडिया परोस दिया गया। असल में पीएम मोदी ने, बाइडेन को पंजाब का घी, राजस्थान का 24 कैरेट वाला सोने का सिक्का, 99.5% कैरेट चांदी का सिक्का, उत्तराखंड का चावल, तमिलनाडु से आया तिल, कर्नाटक से चंदन का टुकड़ा, बंगाल से हस्तनिर्मित चांदी का नारियल, गुजरात का नमक दिया गया। वहीं भगवान गणेश की एक मूर्ति भी भेंट के रूप में दी गई।
वैसे ये तोहफे तो जो बाइडेन के लिए रहे, अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को पीएम मोदी ने 7.5 कैरेट का हीरा गिफ्ट किया। लेकिन ये हीरा सिर्फ एक महंगा गिफ्ट नहीं रहा, बल्कि इससे पर्यावरण बचाने का बड़ा संदेश भी दिया गया। असल में ये 7.5 कैरेट वाला हीरा सौर और पवन ऊर्जा जैसे पर्यावरण-विविध संसाधनों का उपयोग कर तैयार किया गया है।
भारतीय समुदाय के लिए गुड न्यूज
अब ये गिफ्ट डिप्लोमेसी ने तो अपना रंग दिखाया ही, अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों के लिए भी पीएम मोदी और जो बाइडेन बड़ी खुशखबरी लेकर आए। ये गुड न्यूज H-1B वीजा को लेकर रही। कहा गया कि एच-1बी वीजा के नियमों में और लचीलापन लाने की तैयारी है। खबर है कि जिस वीजा को अभी रेन्यू करवाने के लिए अमेरिका जाना जरूरी रहता है, अब ऐसा नहीं होगा। नए नियमों के मुताबिक आप अपने देश में बैठकर ही वीजा को आसानी से रेन्यू करवा पाएंगे। अब ये बदलाव मायने इसलिए रखता है क्योंकि अमेरिका के एच-1बी वीजा का सबसे ज्यादा इस्तेमाल भारतीयों द्वारा ही किया जाता है। पिछले साल की ही बात करें तो 73 फीसदी भारतीयों को इस वीजा की वजह से सीधा फायदा हुआ था।
अब भारतीय समुदाय के लिए पीएम का दौरा गुड न्यूज लाया, वहीं दूसरी तरफ एक अहम रक्षा सौदा भी किया गया। असल में अमेरिका की GE एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के बीच एक अहम करार हुआ है। इस डील के तहत GE एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) लड़ाकू जेट इंजन तैयार करेंगे। इसके अलावा GE एयरोस्पेस के जो अत्याधुनिक F414 इंजन हैं, उनका संयुक्त उत्पादन भी किया जाएगा। ऐसे में इस डील से भारतीय वायुसेना को एक नई ताकत मिलेगी और तकनीकी मामले में वो और ज्यादा मजबूत हो जाएगी।
मोदी-बाइडेन की केमिस्ट्री और राजकीय सम्मान
वैसे ये तो दौरे के दौरान हुए समझौतों की बात है, गुरुवार को पीएम मोदी को व्हाइट हाउस में राजकीय सम्मान भी दिया गया। ये भारत और अमेरिका के रिश्तों के लिहाज से काफी खास रहा क्योंकि इस मौके पर मोदी-बाइडेन की केमिस्ट्री भी देखने को मिल गई। कभी गले मिलना, कभी हाथ मिलाना, कभी साथ में हंसाना, कैमरे के लैंस ने कई ऐसे दृश्य कैद किए जो बताने के लिए काफी रहे कि जितनी भारत को अमेरिका की जरूरत है, अमेरिका को भी उतनी ही भारत की भी जरूरत है।
बाइडेन के लिए क्यों जरूरी मोदी?
इस समय अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव भी करीब है, भारतीय समुदाय एक बड़ा वोट बैंक हैं। कुछ सर्वे सामने आए हैं, जिनसे पता चलता है कि बाइडेन की लोकप्रतिया काफी कम हो गई है। उनकी कुछ विफलताओं ने उनकी पार्टी को सियासी तौर पर कमजोर किया है। ऐसे में पीएम मोदी का ये दौरा उन्हें भी एक बूस्टर देने का काम कर सकता है। इससे पहले 2019 में भी पीएम मोदी अमेरिका आए थे, तब डोनाल्ड ट्रंप के साथ उनकी जबरदस्त केमिस्ट्री देखने को मिली थी।