महाराष्ट्र में नांदेड़ के डॉ शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नवजात बच्चे की मौत के मामले में FIR दर्ज की गई है। नांदेड़ अस्पताल में बीते दिनों कई लोगों की मौत की खबर सामने आई थी। बीते 72 घंटे में यहां 38 लोगों की जान गई है। इस मामले में अब डॉ शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के डिलीवरी विभाग के डीन और डॉक्टरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

नांदेड़ ASP अविनाश कुमार ने बताया, “नांदेड़ में एक पीड़िता के नवजात शिशु की मौत की FIR दर्ज की गई है। डीन और संबंधित विभाग के मुख्य मेडिकल अधिकारी के खिलाफ FIR की गई है। मेडिकल कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”

डॉ शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज के डीन और चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ FIR

एडिशनल एसपी कुमार ने बताया कि कल नांदेड़ ग्रामीण थाने में आईपीसी की धारा 304 और 34 के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई। मामला एक पीड़िता से जुड़ा है जिसने दो दिन पहले अपने नवजात बच्चे को खो दिया था और कल उसकी मां का निधन हो गया। उन्होंने कहा कि दी गई शिकायत में चिकित्सकीय लापरवाही का कोई आरोप नहीं लगाया गया। यह व्यक्तिगत और प्रशासनिक लापरवाही के ख़िलाफ़ ज़्यादा था। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय मेडिकल कमेटी का गठन किया गया। संबंधित विभाग (डॉ शंकरराव चव्हाण मेडिकल कॉलेज और अस्पताल) के डीन और चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई

वहीं, दूसरी ओर बॉम्बे हाई कोर्ट ने नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी अस्पतालों में मौतों को गंभीरता से लिया है। कोर्ट ने राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए कहा कि अस्पतालों में दवाओं की कमी होने का कारण हमें मंजूर नहीं है। कोर्ट ने राज्य सरकार से गुरुवार तक हेल्थ बजट का ब्योरा मांगा है। इस मामले पर आज सुनवाई होगी।

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही ने ली लोगों की जानें

गौरतलब है कि महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मंगलवार सुबह आठ बजे तक 24 घंटे के भीतर कम से कम 18 मौत दर्ज की गईं। वहीं मराठवाड़ा के ही नांदेड़ स्थित डॉ शंकरराव चव्हाण सरकारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 30 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच 24 घंटे में 24 मौत दर्ज की गई थीं। इसके बाद 1 से 2 अक्टूबर के बीच सात अन्य मौत दर्ज की गईं जिससे 48 घंटे में कुल मृतकों की संख्या बढ़कर 31 हो गई थी।

वहीं, नागपुर के सरकारी अस्पताल में भी 24 घंटे के अंदर 25 मरीजों की मौत हो गई है। ये मौतें यहां के 2 अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में रिपोर्ट की गई हैं। इसमें 16 मृतक मरीज सरकारी मेडिकल कॉलेज और 9 मरीज इंदिरा गांधी सरकारी मेडिकल कॉलेज के हैं।