Muslim Reservation: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को मुसलमानों के आरक्षण को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चेतावनी दी। झारखंड के पलामू में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने पूछा कि अगर धर्म के आधार पर आरक्षण दिया जाएगा तो दलितों और आदिवासियों का क्या होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी आप लोगों के हिस्से का आरक्षण काटकर मुसलमानों देना चाहती है। शाह ने कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी भारत में है, धर्म के आधार पर अल्पसंख्यकों को आरक्षण नहीं मिलेगा।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण की बात करती है। उन्होंने कहा कि संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है। हम कभी भी किसी धर्म विशेष को आरक्षण नहीं दे सकते। महाराष्ट्र में उलेमाओं के एक समूह ने उन्हें (कांग्रेस को) एक ज्ञापन दिया कि मुसलमानों को 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैं झारखंड की जनता से यह पूछने आया हूं कि अगर मुसलमानों को 10 प्रतिशत आरक्षण मिलता है तो किसका आरक्षण कम हो जाएगा? अमित शाह ने कहा कि राहुल बाबा, SC-ST-OBC का आरक्षण छीन कर मुसलमानों को देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अभी महाराष्ट्र में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘हम मुस्लिम आरक्षण देंगे’। कर्नाटक में दिया है, हैदराबाद में दिया है। लेकिन आप लोग चिंता मत करो, जब तक भाजपा सरकार है, हम SC-ST-OBC के आरक्षण को हाथ नहीं लगाने देंगे।
शाह ने कांग्रेस को “ओबीसी विरोधी” करार देते हुए कहा कि उनके शासन ने लगातार ओबीसी समुदाय को नुकसान पहुंचाया है, खासकर काका कालेलकर समिति और मंडल आयोग की रिपोर्ट के कार्यान्वयन के मामले में। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल की सराहना की, जिसमें 27 प्रतिशत ओबीसी आरक्षण के कार्यान्वयन और राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) की स्थापना पर प्रकाश डाला गया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस एक ओबीसी विरोधी पार्टी है। जब भी वे सत्ता में आए, उन्होंने उनके साथ अन्याय किया। 1950 में काका कालेलकर समिति बनाई गई थी, लेकिन इसकी रिपोर्ट गायब हो गई। जब मंडल आयोग ओबीसी को आरक्षण देने के लिए आया, तो इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने इसके कार्यान्वयन का विरोध किया। केंद्रीय संस्थानों में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने में उन्हें सालों लग गए। 2014 में जब जनता ने मोदी सरकार को चुना तो उन्होंने ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण लागू किया। उन्होंने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) का गठन किया और इसे संवैधानिक स्थान दिया। शाह ने झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन को देश का सबसे भ्रष्ट प्रशासन करार देते हुए इंडिया गठबंधन की आलोचना की।
अमित शाह ने कहा कि हम यहां राज्य में बीजेपी की सरकार लाने की अपील करने आए हैं , क्योंकि मौजूदा राज्य सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी की सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है। उन्होंने कहा कि क्या किसी ने कभी 300 करोड़ रुपये एक साथ देखे हैं? कांग्रेस के एक सांसद के घर से 300 करोड़ रुपये से अधिक जब्त किए गए।
उन्होंने पैसे गिनने के लिए करीब 27 मशीनें लाई गईं, लेकिन इतनी बड़ी रकम गिनने के बाद वे मशीनें थक गईं। आलमगीर आलम राज्य सरकार में मंत्री थे। यहां तक कि उनके पीए के घर से 30 करोड़ रुपये जब्त किए गए, लेकिन न तो हेमंत सोरेन और न ही कांग्रेस ने उनका कुछ किया। अमित शाह ने कहा कि यह पैसा आपका है, यह झारखंड के युवाओं और गरीबों का है, जिसे ये कांग्रेसी खा गए। अगर आप राज्य में बीजेपी की सरकार बनाते हैं, तो हम भ्रष्ट लोगों को सलाखों के पीछे डाल देंगे।