मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना की दूसरी लहर जब चरम पर थी, तब पनपे मेडिकल ऑक्सीजन संकट के दौरान वह सात रातों तक सो नहीं पाए थे।
सीएम ने इंदौर में शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मुझे आज उजागर करने में कोई संकोच नहीं है कि (कोविड-19 की दूसरी लहर के चरम पर) चिकित्सीय ऑक्सीजन के संकट के समय मैं सात रातों तक अपनी पलक तक नहीं झपका सका था।’’ आगे उन्होंने याद किया, ‘‘उस समय लगातार खबरें आती थीं कि फलां अस्पताल में महज आधे घंटे की ऑक्सीजन बची है। हमने तमाम कोशिशों के जरिये ऑक्सीजन का इंतजाम किया। तब मैं यह जानने के लिए ऑक्सीजन टैंकर के ड्राइवर तक से बात करता था कि वह कहां तक पहुंचा है?’’
हालांकि, चौहान के इस दावे पर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने हैरानी जताई और अपनी राय जाहिर की। @LuminousLeo_ ने पूछा, “पर बीजेपी और केंद्र सरकार तो कह रही थी कि ऑक्सीजन की कोई कमी है ही नहीं?।” @nishaDev1 के हैंडल से कहा गया, “सीएम शिवराज, आप सात दिन तक सो नहीं सके! हम अप्रैल 2021 से अभी तक नहीं सो पा रहे हैं। दुखी है न?”
@5SaumyaS ने ताना मारा, “मुझे लगता है कि ऑक्सीजन संकट तो विपक्षी सूबों में था। बीजेपी शासित सूबों में ऐसा कुछ न था। फिर जागने की जरूरत क्या है?” @unmute_himanshu ने कहा, “शिवराज झूठ बोल रहे हैं। मध्य प्रदेश जब सांसों के संकट से जूझ रहा था, वह तो तब बंगाल के चुनाव में व्यस्त थे।”
@Tantya_Bheel ने कहा, चौहान ने म.प्र का सत्यानाश कर दिया। कोरोना संकट में फुर्सत नहीं थी। मोदी के नाम पर वोट लिया और खूब मजे किए। इन्हें लगा आजीवन सीएम बने रहेंगे। पर अगले चुनाव में बीजेपी का सफाया निश्चित है। भाजपा का विकास देखना है, तो म.प्र आएं। वैसे, ये खुली आंखों से सो रहे थे।
Woh meri neend mera chain mujhe lauta do..pic.twitter.com/LFh6qLk67o
— Riaz ᴬᴴᴹᴱᴰ (@karmariaz) July 3, 2021