आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार शाम मीडिया से बातचीत में जनसंख्या को पर्याप्त और नियंत्रण में रखने के लिए प्रत्येक भारतीय परिवार में तीन बच्चे होने की बात कही थी। अब उनके इस बयान पर यूपी कांग्रेस के अजय राय ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मोहन भागवत को सबसे पहले अपने प्रचारकों को तुरंत शादी कर बच्चे पैदा करने के आदेश देने चाहिए।

अजय राय ने शुक्रवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि मोहन भागवत को आदेश देना चाहिए और उनके आदेश का पालन संघ के प्रचारकों को करना चाहिए। वो अविवाहित घूम रहे हैं, उन्हें बच्चे पैदा कर देश की जनसंख्या बढ़ाने और संतुलन बनाने में मदद करनी चाहिए।

यूपी कांग्रेस प्रमुख से जब बीजेपी के 75 साल वाले कथित नियम पर संघ की राय के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “ये उनके लोगों ने ही तय किया था, ये नियम भाजपा और संघ के लोगों ने बनाया था और यह जानबूझकर इसलिए बनाया गया था क्योंकि एलके आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने जीवनभर बीजेपी की सेवा की, उनको मार्गदर्शक मंंडल में डाल दिया, उनकी राजनैतिक हत्या कर दी।”

सुनिए अजय राय का पूरा बयान

अजय राय ने आगे कहा, “आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की योग्यता और क्षमता पर इन लोगों को विश्वास नहीं था। उनको मार्गदर्शक मंंडल में डालकर, उन्हें घर बैठा दिया… आज जब अपनी पारी आ रही है तो कह रहे हैं कि ऐसा कुछ नहीं है। यह दोहरा और दोगला चरित्र है आरएसएस का।”

बच्चों को लेकर संघ प्रमुख ने क्या कहा?

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को कहा कि सभी भारतीयों को कम से कम तीन भाषाएं आनी चाहिए, जिनमें उनकी मातृभाषा, उनके राज्य की भाषा और पूरे देश के लिए एक संपर्क भाषा शामिल होनी चाहिए, जो विदेशी नहीं हो सकती। उन्होंने यह भी कहा कि जनसंख्या को पर्याप्त और नियंत्रण में रखने के लिए प्रत्येक भारतीय परिवार में तीन बच्चे होने चाहिए।

उन्होंने कहा, “किसी सभ्यता को जीवित रखने के लिए, भारत की जनसंख्या नीति 2.1 (औसत बच्चों की संख्या) का सुझाव देती है, जिसका मूलतः अर्थ तीन बच्चे हैं। लेकिन संसाधनों का प्रबंधन भी करना होगा, इसलिए हमें इसे तीन तक सीमित रखना होगा।”

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