Rahul Gandhi Attack Mohan Bhagwat: कांग्रेस पार्टी के नए मुख्यालय का आज उद्घाटन हो गया है। सोनिया गांधी ने पार्टी के नए हेडक्वार्टर का उद्घाटन किया। इसके बाद अब पार्टी का नया पता बदलकर 9A कोटला रोड हो गया है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को संविधान पर टिप्पणी को लेकर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पर जमकर हमला बोला है और उन पर देशद्रोह का आरोप लगाया।

दिल्ली में कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह काफी प्रतीकात्मक है कि कल आरएसएस प्रमुख ने कहा कि भारत को 1947 में कभी स्वतंत्रता नहीं मिली। उन्होंने कहा कि सच्ची स्वतंत्रता तब मिली जब राम मंदिर का निर्माण हुआ। मोहन भागवत ने कल संविधान पर हमला किया जब उन्होंने कहा कि यह हमारी स्वतंत्रता का प्रतीक नहीं है।’

मोहन भागवत ने जो कहा वह देशद्रोह- कांग्रेस सांसद

कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘मोहन भागवत ने देश को यह बताने की हिम्मत की कि वे स्वतंत्रता आंदोलन और संविधान के बारे में क्या सोचते हैं। वास्तव में, उन्होंने कल जो कहा वह देशद्रोह है क्योंकि उन्होंने कहा कि हमारा संविधान अमान्य है। किसी अन्य देश में उन पर मुकदमा चलाया जाएगा। यह कहना कि भारत को 1947 में स्वतंत्रता नहीं मिली, हर भारतीय का अपमान है। और हमें यह सुनना बंद कर देना चाहिए।’

मोहन भागवत ने क्या बयान दिया

RSS चीफ मोहन भागवत ने कहा था, ‘हमारी 5000 साल की परंपरा क्या है? जो भगवान राम, भगवान कृष्ण और भगवान शिव से शुरू हुई। वो हमारी अपनी है। हमारे अपने जागरण के लिए एक आंदोलन था। मीटिंग में, कॉलेज के छात्र पूछते थे कि आपने लोगों की आजीविका की चिंता छोड़कर मंदिर क्यों बनाए। तो मैं उन्हें बताता था कि ये 80 का दशक है। 1947, इजरायल और जापान ने हमसे शुरुआत की और वो बहुत ऊंचाइयों पर पहुंचे।’

दिल्ली में आमने-सामने आए राहुल गांधी और केजरीवाल

इस कार्यक्रम से जुड़ा एक वीडियो सामने आया है इसमें मोहन भागवत द्वारा कहा गया, ‘हमने समाजवाद की बात की और सारे नारे दिए लेकिन उससे कुछ हुआ क्या ? भारत की आजीविका का रास्ता भी राम मंदिर से होकर जाता है। तो ये पूरा आंदोलन भारत के आत्म जागरण के लिए था। भारत के स्व की जाग्रति के लिए था। अयोध्या में वर्षों से कलह ही जो परंपरा थी उसे खत्म करने के लिए वह आंदोलन था। यह सब एक दिन में नहीं होता। बीच में काफी लंबा गैप रहा है तो इसे पूर्ण होने में समय तो लगेगा।’

मोहन भागवत ने यह भी कहा था, ‘भारत की सच्ची स्वतंत्रता, जिसने कई शताब्दियों तक उत्पीड़न का सामना किया था, उस दिन (राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन) स्थापित हुई थी। भारत को स्वतंत्रता मिली थी लेकिन इसकी स्थापना नहीं हुई थी। 15 अगस्त को राजनीतिक स्वतंत्रता मिली हमने संविधान भी बनाया लेकिन उसके भाव के अनुसार हम चले नहीं। जो आवश्यक स्व है वह लिखित रूप में हमने पाया लेकिन मन को उसके लिए तैयार नहीं किया।’

जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के बयान की आलोचना की

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘कांग्रेस का इतिहास उन सभी ताकतों को बढ़ावा देने का रहा है जो एक कमज़ोर भारत चाहते हैं। सत्ता के लिए उनके लालच का मतलब देश की अखंडता से समझौता करना और लोगों के विश्वास को धोखा देना था। लेकिन, भारत के लोग समझदार हैं। उन्होंने तय कर लिया है कि वे हमेशा राहुल गांधी और उनकी सड़ी हुई विचारधारा को नकारेंगे।’

राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर बोला हमला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, ‘ऐसा मत सोचो कि हम निष्पक्ष लड़ाई लड़ रहे हैं। अगर आप मानते हैं कि हम बीजेपी और आरएसएस नाम के एक राजनीतिक संगठन के खिलाफ लड़ रहे हैं, तो उन्होंने हमारे देश की लगभग हर संस्था पर कब्जा कर लिया है। मैंने साफ तौर पर कहा कि महाराष्ट्र चुनाव में कुछ गड़बड़ हुई है। हम चुनाव आयोग के काम करने के तरीके से असहज हैं। महाराष्ट्र में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच अचानक लगभग एक करोड़ नए मतदाताओं का सामने आना समस्याजनक है। विधानसभा चुनाव में मतदान करने वालों के नाम और पते वाली वोटर लिस्ट उपलब्ध कराना चुनाव आयोग का कर्तव्य है। हालांकि, चुनाव आयोग ने यह जानकारी देने से इनकार कर दिया है।’

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आगे कहा, ‘चुनाव आयोग वोटर्स लिस्ट को पारदर्शी बनाने से क्यों इनकार करेगा? हमें लिस्ट न देकर उसका क्या उद्देश्य है और वे इसे क्यों रोक रहे हैं? यह ऐसी बात है जिसे हर कांग्रेसी और हर विपक्षी सदस्य को ध्यान में रखना चाहिए। हमारी चुनाव प्रणाली में एक गंभीर समस्या है और पारदर्शी होना चुनाव आयोग का कर्तव्य है।’ महंगाई का जिक्र कर राहुल गांधी ने पीएम मोदी और अरविंद केजरीवाल पर किया प्रहार पढ़ें पूरी खबर…