केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर की बेटी यामिनी अय्यर के सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। यामिनी के नेतृत्व में चलने वाले फेमस थिंक टैंक सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (CPR) का फॉरेन कॉन्ट्रिब्यूशन रेगुलेशन एक्ट (FCRA) कैंसिल कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि ये संस्था नियमों का उल्लंघन कर रही थी।
गृह मंत्रालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नियमों के उल्लंघन के चलते सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च का FCRA लाइसेंस रद्द किया गया है। सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च पहले भी सरकार के रडार पर था। इससे पहले इस थिंक टैंक पर इनकम टैक्स के सर्वे हो चुके थे। मार्च 2023 में गृह मंत्रालय ने CPR के FCRA लाइसेंस को 6 महीने के लिए सस्पेंड किया था। जिसके बाद अब MHA के FCRA डिविजन ने इसका लाइसेंस कैंसिल कर दिया है।
मंत्रालय के मुताबिक, थिंक टैंक CPR को फोर्ड फाउंडेशन सहित कई विदेशी संगठनों से धन प्राप्त हुआ था। थिंक टैंक पर ये भी आरोप लगे थे कि उसने गुजरात की सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ के एनजीओ को भी चंदा दिया था।
मार्च 2023 में 6 महीनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया था FCRA लाइसेंस
इससे पहले गृह मंत्रालय ने मार्च 2023 में कानूनों के उल्लंघन के चलते प्रमुख थिंक टैंक ‘सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च’ का FCRA लाइसेंस 6 महीनों के लिए सस्पेंड कर दिया था। जिसके बाद इस गैर-सरकारी संगठन ने इसे लेकर बयान जारी करते कहा कि वह अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग करते हुए, कानून का पालन कर रहा है। साथ ही भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) सहित सरकारी प्राधिकारों द्वारा नियमित रूप से जांच और ऑडिटिंग की गई है।
केंद्र सरकार देश के सभी एनजीओ को विदेशों से मिलने वाले फंड को लेकर सख्ती बरत रही है। सीपीआर के अलावा ऑक्सफैम इंडिया, न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक और बेंगलुरु स्थित मीडिया फाउंडेशन समेत कई संस्थान विदेशी फंडिंग को लेकर जांच के दायरे में हैं। ऑक्सफैम इंडिया का भी FCRA कैंसिल हो चुका है और सरकार ने उसे रिन्यू करने से इनकार कर दिया था।
