बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ट्विटर पर काफी सक्रिय रहते हैं। आज सुशील मोदी ने ट्वीट किया कि कोरोना महामारी के चलते कई नए शब्द प्रचलन में आए हैं। इसके साथ मोदी ने कई सारे अखबारों की क्लिपिंग भी शेयर की जिसमें उनकी कही बात छपी थी। इस पर एक ट्विटर यूजर ने मजे लेते हुए लिखा, ”जैसे मोदी सरकार के लिए Incompetent शब्द”।
बता दें कि इससे पहले राजद नेता तेज प्रताप यादव के उस बयान पर सुशील मोदी ने पलटवार किया था। जिसमें तेज प्रताप ने कहा था कि वे तब कोरोना वैक्सीन लेंगे जब पीएम मोदी वैक्सीन लगाएंगे। तेजप्रताप ने कहा था कि पहले पीएम मोदी खुद वैक्सीन लगाएं तब बाकी लोगों को वैक्सीन लेने के लिए कहें। राजद नेता पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा था कि सरकार को अब ऐसे लोग भी सलाह देने लगे हैं जो कि शपथ पत्र ही गलत पढ़ते हैं।
मोदी ने ट्वीट किया, ”तेजप्रताप जब मंत्री-पद का शपथ पत्र नहीं पढ़ पाते और जिनकी माता राबडी देवी कभी बिहार के राज्यपाल को ” लंगड़ा” कह चुकी हों, तब उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है? लालू प्रसाद के ज्येष्ठ पुत्र तेजप्रताप यादव ने कभी सारी मर्यादाएँ तोड़ कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चमडी उधेड़ लेने की धमकी दी, तो कभी अपने पिता के समकालीन नेताओं पर अभद्र टिप्पणी की, लेकिन राजद ने न तो उनके बयानों पर खेद प्रकट किया, न उन्हें भाषा पर संयम रखने की चेतावनी दी। अब तेजप्रताप कोरोना वैक्सीन पर शक करने वाले कट्टरपंथी मौलानाओं को खुश करने के लिए प्रधानमंत्री को खुद पर कोरोना टीके का ट्रायल करने की सलाह दे रहे हैं।”
इससे पहले बीजेपी नेता सुशील मोदी ने पिछले महीने अरुण जेटली को याद करते हुए कहा था कि अगर आज अरुण जेटली जीवित होते तो किसानों का आंदोलन इतने ज्यादा दिन नहीं चलने वाला था। उस समय कई लोगों ने इसे मोदी द्वारा अपनी ही पार्टी के नेताओं की आलोचना के रूप में लिया था। मालूम हो कि किसानों और सरकार के बीच कृषि कानूनों को लेकर गतिरोध अभी भी जारी है। आज सुप्रीम कोर्ट ने कानूनों को लागू किए जाने पर रोक लगा दी।
ऐसा माना जा रहा है कि भविष्य में सुशील मोदी को केंद्र सरकार में मंत्री पद दिया जा सकता है। बता दें कि पिछले महीने सुशील मोदी ने राज्यसभा की सदस्यता ली थी। वे बिहार से राज्यसभा सांसद चुने गए हैं।