दुनिया के टॉप-10 अरबपतियों की लिस्ट में शामिल मुकेश अंबानी की सफलता के पीछे कई लोगों का हाथ है। उनके कॉलेज के अच्छे दोस्त मनोज मोदी उनमें से एक हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड बोर्ड में मनोज मोदी का अहम स्थान है। मुकेश अंबानी की लगभग सभी कारोबारी डील्स में मनोज मोदी की अहम भूमिका रहती है।
चर्चाओं से परे रहने वाले मनोज मोदी को मुकेश अंबानी का राइट हैंड माना जाता है। रिलायंस के करीबी सूत्रों के मुताबिक वह मनोज मोदी ही थे, जिन्होंने रिलायंस जियो में फेसबुक को 43,574 करोड़ रुपये के बड़े निवेश के लिए राजी किया था। जानकारी के मुताबिक मनोज मोदी ने रिलायंस अंबानी के साथ ही मुंबई के हिल ग्रान्जे स्कूल से पढ़ाई की थी। मुकेश अंबानी और मनोज मोदी कॉलेज में अच्छे दोस्त बने थे।
साल 1980 में मनोज रिलायंस से जुड़े और साल 2007 में वे रिलासंस रिटेल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बन गए। मोदी अंबानी परिवार की तीनों पीढ़ियों के साथ काम कर चुके हैं। उन्होंने अप्रैल में फेसबुक के साथ 5.7 अरब डॉलर सौदे के लिए बातचीत के दौरान अहम भूमिका निभाई थी।
मोदी ने जामनगर रिफाइनरी की डील में अंबानी की मदद कर उनका भरोसा जीता था। वे खुद को मुकेश के एक वफादार लेफ्टिनेंट के रूप में देखते हैं। उन्होंने अंबानी और उनके बच्चों के विचारों का समर्थन करते हुए सोशल नेटवर्किंग ज्वाइंट के साथ एक समझौता किया था। हालांकि मनोज मोदी अपनी स्किल्स को लेकर कहते हैं कि ऐसा कुछ भी नहीं है। मैं कोई डील नहीं करता। मुझे कोई रणनीतिक समझ नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं रिलायंस के आंतरिक लोगों से ही डील करता हूं।
रिलायंस जियो में फेसबुक, विस्टा, जनरल अटलांटिक जैसी कई दिग्गज कंपनियों से मनोज करीब 97,000 करोड़ रुपये का निवेश करा चुके हैं। फेसबुक के बाद 8 कंपनियों ने रिलायंस जिओ में निवेश किया है। मनोज मोदी 4 स्टार्टअप के हेड हैं। कहा जाता है कि अगर किसी भी डील में मनोज मोदी शामिल होते हैं तो इसका सीधा सा मतलब है कि जल्द वो डील फाइनल हो जाएगी। इन दिनों, अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़कर जिओ भारत में लगभग 400 मिलियन उपयोगकर्ताओं के साथ सबसे बड़ा दूरसंचार ऑपरेटर बन चुका है।

