Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा के बाद से हालात काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं। कई जिलों में कर्फ्यू लगा हुआ है। मणिपुर के हालात को देखते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने अपना कर्नाटक दौरा रद्द कर दिया है। हिंसा प्रभावित इलाके में बीजेपी के एक विधायक के साथ मारपीट भी की गई। उनका इलाज रिम्स में चल रहा है। स्थिति को देखते हुए सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है। उधर रेलवे ने भी मणिपुर जाने वाली 4 ट्रेनों को 5 और 6 मई के लिए रद्द कर दिया है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हिंसा फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

‘हिंसा से प्रभावित परिवारों ने असम में ली शरण’

वहीं मणिपुर हिंसा को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा का भी बयान सामने आया है। हिमंता ने कहा, ‘मणिपुर में हाल की घटनाओं से प्रभावित कई परिवारों ने असम में शरण ली है। मैंने कछार के जिला प्रशासन से इन परिवारों की देखभाल करने का अनुरोध किया है। सरमा ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के साथ भी लगातार संपर्क में हूं और इस संकट की घड़ी में असम सरकार ने पूरा समर्थन देने का संकल्प लिया है।

अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू भी मणिपुर हिंसा को लेकर वहां के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के लगातार संपर्क में हैं। पेमा खांडू ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अरुणाचल प्रदेश सरकार अपने छात्रों की सुरक्षा को लेकर मणिपुर सरकार के लगातार संपर्क में है। मणिपुर से हमारे छात्रों की सुरक्षित वपासी के लिए आयुक्त सीएमओ की देखरेख में एक समन्वय समिति भी गठित की गई है।” ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा, ‘अधिक जानकारी के लिए कृपया संपर्क करें:- डॉ दिलीप, डीआरसी 70860 26788, थुटन जंबा, एएसपी 7630 090058’।

दंगाइयों ने गुरुवार को इम्फाल में भाजपा विधायक वुंगजागिन वाल्टे पर हमला कर दिया। विधायक को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वाल्टे पर उस वक्त हमला किया गया, जब सूबे के सीएम एन बीरेन सिंह से मुलाकात कर अपने सरकारी आवास को लौट रहे थे। वहीं बुधवार रात स्थिति को संभालने के लिए सेना और असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया। हालात को और ज्यादा बिगड़ता देख राज्य गृह विभाग ने दंगाइयों के खिलाफ शूट एट साइट का आदेश जारी किया है। मणिपुर में भड़की हिंसा से कई जिले प्रभावित हैं।

गुरुवार को सूबे के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने वीडियो जारी कर लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा कि शांति के लिए सरकार का सहयोग करें। राज्य में दो समुदायों के बीच हिंसा गलतफहमी के कारण हो रही है, जो भी तोड़फोड़ या हिंसा करेंगे उसके खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे।