Manipur Violence: मणिपुर में 61 दिन से हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं, लेकिन इस बीच सरकार की पहल का असर भी देखने मिल रहा है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि पांच जिलों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे और कक्षा 1 से 8 तक के लिए पांच जुलाई से स्कूल खोले जाएंगे।

वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मणिपुर सरकार से राज्य में जातीय हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदमों, बेघर और हिंसा प्रभावित लोगों के लिए पुनर्वास शिविरों के लिए उठाए गए कदमों, बलों की तैनाती और कानून व्यवस्था की स्थिति पर विस्तृत स्थिति रिपोर्ट मांगी है। सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई 10 जुलाई को करेगा।

केंद्र और मणिपुर सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्य में स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पी एस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने इस मुद्दे पर याचिकाओं को 10 जुलाई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है।

राज्य सरकार की ओर से पेश सॉलीसिटर जनरल तुषार मेहता से पीठ ने स्थिति की रिपोर्ट दाखिल करने को कहा। पीठ ने कहा कि इसमें पुनर्वास शिविरों, कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाए गए कदम और हथियारों की बरामदगी जैसे विवरण होने चाहिए। शीर्ष विधि अधिकारी ने सुरक्षा बलों की तैनाती और कानून व्यवस्था की हालिया स्थिति का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में कर्फ्यू की अवधि अब 24 घंटे से घटाकर पांच घंटे कर दी गई है।

मेहता के मुताबिक, राज्य में पुलिस, इंडियन रिजर्व बटालियन और सीएपीएफ की 114 कंपनियां भी तैनात हैं। उन्होंने कहा कि कुकी समूहों की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कॉलिन गोंजाल्वेज को चाहिए कि वह मामले को सांप्रदायिक रंग नहीं दें। गोंजाल्वेज ने तर्क दिया कि उग्रवादी एक समाचार कार्यक्रम में आए और कहा कि वे कुकी समूहों का सफाया कर देंगे, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि कुकी समूहों के खिलाफ हिंसा राज्य द्वारा प्रायोजित थी।

ऑपरेशन सस्पेंशन के तहत मणिपुर के दो संगठनों ने रविवार को दो महीने बाद नेशनल हाइवे-2 को खाली कर दिया है। यहां पर कुकी समुदाय के दो संगठनों का कब्जा था और आवागमन बंद चल रहा था। कुकी समुदाय ने कहा कि उन्होंने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर कांगपोकपी जिले में दो महीने से चली आ रही नाकेबंदी हटा ली है। इस बीच, बिष्णुपुर में झड़प होने से तीन की मौत हो गई है और पांच घायल हुए हैं।

यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (यूपीएफ) और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (KNO) ने एक संयुक्त बयान जारी किया। दोनों संगठनों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शांति और सद्भाव बहाल करने को लेकर गहरी चिंता जताने के बाद तत्काल प्रभाव से नाकाबंदी हटा दी गई है। हालांकि, दो महीने पहले जिस कुकी नागरिक समाज समूह कमेटी ऑन ट्राइबल यूनिटी (COTU) ने NH-2 पर सड़क जाम करने की घोषणा की थी, उसने अभी तक आधिकारिक तौर पर आंदोलन वापस नहीं लिया है। बता दें, मणिपुर हिंसा में अब तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हजारों लोग पलायन कर चुके हैं।