बंगाल विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने के बाद ममता बनर्जी ने गुरुवार को कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री पर हमला बोला। ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र के पास आम जनता के लिए पैसा नहीं है लेकिन मूर्तियों और संसद भवन बनाने के लिए 20 हजार करोड़ खर्च हो रहे हैं।
गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि फ्री वैक्सीन को लेकर मुझे अब तक कोई जवाब नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि जब नई संसद और मूर्तियां बनाने के लिए वो 20 हजार रुपये खर्च कर सकते हैं तो लोगों को मुफ्त वैक्सीन के लिए 30,000 करोड़ रुपये आवंटित क्यों नहीं कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने गुरुवार को कहा कि कोई भी जो बाहर से आएगा भले ही वो स्पेशल फ्लाइट से हो हम उसका आरटीपीसीआर टेस्ट करेंगे। इस मामले में कोई भेदभाव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि बंगाल में कोरोना बढ़ रहा है क्योंकि बीजेपी के नेता यहां लगातार आ रहे हैं।
ममता बनर्जी ने सवाल किया कि पीएम केयर्स फंड कहा है? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री युवाओं की जिंदगी खतरे में क्यों डाल रहे हैं? बीजेपी के नेताओं तो इधर उधर जाने के बजाए कोरोना अस्पतालों का दौरा करना चाहिए।
ममता बनर्जी ने कहा कि बीजेपी वाले हार के बाद भी जनादेश को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। उन्होंने तज करते हुए कहा कि एक टीम आयी थी। उन्होंने चाय पी और वापस चले गए। उनका इशारा केंद्रीय टीम पर था, जो राज्य में हिंसा के बाद की स्थिति देखने पहुंची थी।
उन्होंने कहा कि राज्य में हुए हिंसा में मरने वालों में 16 में से आठ लोग टीएमसी के थे। उन्होंने ऐलान किया कि चुनाव के बाद की हिंसा में मरने वालों को बिना किसी भेदभाव के 2-2 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। बताते चलें कि बंगाल में रविवार को मतगणना के बाद राज्य के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क गयी थी। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी की तरफ से देश भर में विरोध प्रदर्शन किये गए थे।

