देश भर में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के विरोध को लेकर भारी हिंसा और उपद्रव के बीच पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की जनमत संग्रह की मांग पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा कहकर उन्होंने संसद और देश का अपमान किया है। कहा कि यह देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला है। उनका बयान लोकतंत्र पर लोगों के विश्वास को तोड़ने वाला है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला :  कोलकाता में केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने सीएए को लेकर मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देने के लिए कहे जाने पर संवाददाताओं से कहा, “उनकी मांग भारतीय संसद का अपमान है। यह विधेयक संसद में पारित किया गया था।” उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री का बयान देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला है और देश में कोई भी उनके विचारों से सहमत नहीं होगा।’’ बनर्जी ने गुरुवार को केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि वह सीएए और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी एनआरसी के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह कराए और यदि वह ‘बहुमत’ हासिल करने में विफल रहती है तो उसे सत्ता छोड़नी होगी।

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बाबुल सुप्रियो बोले- सीएम के सलाहकारों ने दी गलत सलाह : बनर्जी के बयान पर भाजपा के नेतृत्व ने तीखी प्रतिक्रिया दी और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो को सलाह दी कि वह स्वयं को ‘हंसी का पात्र नहीं’ बनाएं। केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने गुरुवार को कहा था, ‘‘क्या उन्हें पता है वह क्या कह रही हैं? उन्हें खुद को हंसी का पात्र नहीं बनाना चाहिए। मुझे लगता है कि उनके सलाहकारों ने उन्हें अच्छी सलाह देना बंद कर दिया है।’’

कानून के विरोध में दिल्ली समेत कई राज्यों में जमकर हिंसा : देश के विभिन्न हिस्सों में जारी विरोध-प्रदर्शन के हिंसक होने से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को दिल्ली समेत कई राज्यों के शहरों में जमकर हिंसा हुई। कई जगह पुलिस पर पथराव किया गया और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। बवाल में कई आम लोगों समेत की पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।