पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा ऐलान करते हुए कह दिया है कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो बाहर से उसे समर्थन देंगी। अब सीएम ममता बनर्जी का ये बयान मायने रखता है क्योंकि पिछले कुछ समय से इंडिया गठबंधन में उनकी स्थिति असहज बनी हुई है। बंगाल में तो उनका कांग्रेस और लेफ्ट से कोई गठबंधन भी नहीं हो पाया, हर प्रचार में उनकी तरफ से कहा गया कि इन दोनों को वोट देना बीजेपी को वोट देने के समान है।
ममता के ऐलान के मायने
लेकिन अब ममता बनर्जी ने पांचवे चरण की वोटिंग से पहले बड़ा बयान दे दिया है। उनका कहना है कि अगर केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो बाहर से समर्थन दिया जाएगा। ये अलग बात है कि ममता ने अपने बयान में साफ कर दिया कि वे सिर्फ दिल्ली वाले इंडिया गठबंधन की बात कर रही हैं और उनका बंगाल की लेफ्ट और कांग्रेस से कोई नाता नहीं है। ये बताने के लिए काफी है कि समर्थन में शर्तों के तहत देने की बात हो रही है।
क्यों बिगड़ी थी बंगाल में बात?
इससे पहले बंगाल में सीट शेयरिंग पर चर्चा चल रही थी, कांग्रेस और टीएमसी के बीच में कोई सहमति नहीं बन पाई थी। ममता एक तरफ सिर्फ दो सीटें देने को तैयार थी तो वहीं कांग्रेस सात से कम पर तैयार नहीं हो रही थी। उसी वजह से बात नहीं बन पाई थी और दोनों के रिश्तों में तल्खी आ गई। अधीर रंजन चौधरी ने तो यहां तक कह दिया था कि उन्हें ममता की भीख की कोई जरूरत नहीं है। उसी वजह ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया था, उन्होंने यहां तक कहा था कि इंडिया नाम तक उनकी तरफ से दिया गया था, विपक्षी एकता में उनकी बड़ी भूमिका थी, लेकिन फिर भी उन्हें अहमियत नहीं दी गई।
वैसे पश्चिम बंगाल की बात करें तो 42 लोकसभा सीटों पर हर चरण में वोटिंग हो रही है। पांचवें चरण में बनगांव, बैरकपुर, हावड़ा, उलुबेरिया, श्रीरामपुर, हुगली और आरामबाग में वोटिंग होने जा रही है। इस बार बीजेपी दावा कर रही है कि बंगाल में वो 30 से ज्यादा सीटें जीतने जा रही है।
इंडिया वालों का एग्जिट पोल!
दूसरी तरफ ममता बनर्जी का मानना है कि पूरे देश में बीजेपी का आंकड़ा 195-200 के बीच में सिमटने जा रहा है। मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा था कि एनडीए 200 सीटें भी पार नहीं करने वाली है। इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि बीजेपी 140 सीटें भी नहीं जीतने वाली है, राहुल की नजरों में 150 से ज्यादा सीटें नहीं आ रही हैं। अब एक तरफ इंडिया गठबंधन एनडीए की सीटों को लेकर प्रिडिक्शन कर रहा है, लेकिन अपनी सीटों को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं।
