पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार (23 मई, 2022) को भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए उसकी हिटलर, स्टालिन से तुलना की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार हिटलर, स्टालिन शासन से भी ज्यादा खराब है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यों से संबंधित मामलों में दखल देने के लिए केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए केंद्रीय एजेंसियों को स्वायत्तता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह भारत के संघीय ढांचे को चरमरा रही है। उन्होंने एक प्रेस मीट में कहा, “बीजेपी शासन एडॉल्फ हिटलर, जोसेफ स्टालिन या बेनिटो मुसोलिनी से भी बदतर है।”
वहीं, ममता ने उज्जवला स्कीम के तहत ईंधन और रसोई गैस की कीमतों में कटौती के केंद्र के फैसले को लेकर भी बीजेपी को निशाने पर लिया है। उन्होंने इसे चुनावी स्टंट बताया। टीएमसी प्रमुख ने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत ईंधन और रसोई गैस की कीमतों पर सब्सिडी की कीमतों में कटौती से सिर्फ गरीबी स्तर से नीचे यानी बीपीएल कार्ड धारकों को ही फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग देश में बहुत कम हैं।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा ईंधन दरों में हालिया कटौती और उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस पर 200 रुपये की सब्सिडी के बारे में पूछे जाने पर, बनर्जी ने कहा कि बीजेपी किसी भी चुनाव से पहले ये हथकंड़े अपनाती है। उज्ज्वला योजना के तहत बीपीएल श्रेणी का एक छोटा सा हिस्सा आता है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि गरीब लोग 800 रुपये की कीमत पर घरेलू गैस कैसे खरीदेंगे?
उन्होंने केंद्र पर उत्पाद कर से भारी राजस्व अर्जित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उनके मंत्रिमंडल ने डीजल और पेट्रोल पर राज्य में वैट को कम नहीं करने का फैसला किया है।