संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थन में शनिवार (21 दिसंबर) की शाम को मुंबई के दादर रेलवे स्टेशन के बाहर सैकड़ों लोग जमा हुए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए नारे लगाए। इसके साथ महाराष्ट्र के नागपुर में भी रैली निकाली गई है। बता दें कि सीएए के विरोध में दो दिन पहले अगस्त क्रांति मैदान में आयोजित हुई एक बड़ी रैली के बाद यह रैली हुई। रैली का आयोजन ‘संविधान सम्मान मंच’ संस्था द्वारा किया गया। संस्था ने नागरिकों से शांतिपूर्वक सीएए और प्रस्तावित एनआरसी का समर्थन करने की अपील की है। वहीं नागपुर में भी ऐसे ही एक रैली को निकाली गई थी जिसको लोक अधिकार मंच, बीजेपी और आरएसएस ने आयोजित किया था।
रैली के साथ लगाए गए नारेः रैली में भाग लेने वालों ने हाथ में तिरंगा और तख्तियां ली हुई थीं जिन पर लिखा था- ‘हमें एनआरसी चाहिए’, ‘हम सीएए का समर्थन करते हैं’ और ‘सीएए के समर्थन में राष्ट्रभक्ति मैदान में।’ उन्होंने सीएए को लागू करने की मांग करते हुए ‘मोदी मोदी’ के नारे भी लगाए। वहीं समर्थकों ने ‘बाहर निकालो, बाहर निकालो… घुसपैठियों को बाहर निकालो’ और ‘‘सीएए तो झांकी है, एनआरसी अभी बाकी है’ के भी नारे लगाए गए। लोक अधिकार मंच, बीजेपी और आरएसएस ने भी नागपुर में रैली निकाली थी।
#WATCH Maharashtra: A rally in support of #CitizenshipAmendmentAct organized in Nagpur by Lok Adhikar Manch,BJP, RSS and other organizations. pic.twitter.com/uAyCHoAi4z
— ANI (@ANI) December 22, 2019
आगे भी निकल सकती हैं रैलियां-सीएए समर्थकः मामले में संविधान सम्मान मंच के सलाहकार उमेश गायकवाड़ ने कहा, ‘हम यहां सीएए और एनआरसी का विरोध नहीं बल्कि समर्थन करने आए हैं। हम आने वाले दिनों में मुंबई के हर रेलवे स्टेशन के बाहर ऐसी रैलियां निकालेंगे।’ सीएए समर्थकों द्वारा प्रदर्शन करने से ट्रेन में रोजाना यात्रा करने वालों को दिक्कत का सामना करना पड़ा। मुंबई के अलावा ठाणे में भी सैकड़ों लोगों ने शनिवार शाम सीएए के समर्थन में चिंतामणि चौक से घंटाली मैदान तक जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया।
पुणे के पूर्वोत्तर राज्यों वालों ने निकाला विरोध रैलीः जुलूस का नेतृत्व पूर्व भाजपा सांसद किरीट सोमैया और भाजपा के ठाणे प्रमुख संदीप लेले ने किया। प्रदर्शन का आयोजन राष्ट्रीय मतदाता मंच, विश्वास सामाजिक संस्था और अन्य गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा किया गया। उधर पुणे में रहने वाले पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों ने सीएए के विरोध में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। जुलूस बाल गंधर्व प्रेक्षागृह से शुरू होकर जिमखाना बस स्टॉप पर समाप्त हुआ।