Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में जारी सियासत के बीच सोमवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अलग-अलग गुटों के दो नेताओं की विधान भवन में मुलाकात चर्चा का विषय बनी हुई है। जयंत पाटिल जो शरद पवार गुट के हैं, जबकि सुनील तटकरे जो अजित गुट हैं। इन दोनों नेताओं को गले मिलते हुए देखा गया है।
दो जुलाई को अजित पवार और छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ और दिलीप वलसे पाटिल समेत आठ विधायक एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। जिसके बाद से एनसीपी दो गुटों में बंटी है। रायगढ़ से लोकसभा सदस्य सुनील तटकरे और राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल ने अजित पवार के साथ जाना चुना, जबकि अविभाजित संगठन की राज्य इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने पार्टी संस्थापक शरद पवार के साथ रहे।
विधान भवन में मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, जयंत पाटिल ने विधानमंडल परिसर के गलियारे में सुनील तटकरे को देखा और उनको गले लगा लिया। दोनों के बीच कुछ मिनटों तक बातचीत हुई। बता दें कि विभाजन के बाद अजीत पवार गुट ने जयंत पाटिल की जगह सुनील तटकरे को एनसीपी की महाराष्ट्र इकाई प्रमुख बनाने की घोषणा की थी।
एनसीपी चीफ शरद पवार गुट ने अजित पवार गुट द्वारा की गई नियुक्तियों को अवैध बताया था। साथ ही शरद पवार गुट ने जवाबी कर्रवाई करते हुए सुनील तटकरे और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से हटा दिया था और पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए उन्हें सांसद के रूप में अयोग्य घोषित करने की भी मांग की थी। हालांकि, अभी यह जानकारी सामने नहीं आई है कि दोनों नेताओं के किस मसले को लेकर बातचीत हुई है, लेकिन दोनों की गले लगाते और हंसती-मुस्कराती तस्वीर ने महाराष्ट्र में एक नई हवा को जन्म जरूर दे दिया।
वहीं अटकलें यह भी लगाई जा रही हैं कि महाराष्ट्र को नया मुख्यमंत्री जल्द मिलेगा। हालांकि, इन सभी अटकलों को महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि अभी सीएम एकनाथ शिंदे हैं और महायुति के सीएम वहीं बने रहेंगे। देवेंद्र फडणवीस ने कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण के बयान पर कहा कि आजकल कई वरिष्ठ नेता अटकलें लगाते हुए देखे जा सकते हैं। वे जितना चाहे अटकलें लगा सकते हैं। जब हमने महायुति गठबंधन बनाया था, तो तीनों दलों के तीनों नेताओं का स्पष्ट मानना था कि सीएम एकनाथ शिंदे हैं और वह महायुति के सीएम बने रहेंगे। इसमें कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है।
भाजपा नेता ने आगे कहा, “महायुति की सबसे बड़ी पार्टी के नेता के रूप में मैं यह स्पष्ट रूप से कहना चाहूंगा कि किसी को भी अपने मन में कोई भ्रम नहीं रखना चाहिए। अगर विपक्ष भ्रम पैदा करने की कोशिश करता है, तो उनको भी अपने मन में कोई भ्रम नहीं रखना चाहिए। इसका मतलब है कि वे पतंग उड़ाने में शामिल हैं और उनकी पतंग नीचे आ जाएगी।”