महाराष्ट्र में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस बीच महाविकास अघाड़ी में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान मची हुई है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने विधानसभा चुनावों के लिए महा विकास अघाड़ी के लिए मुख्यमंत्री पद का चेहरा पेश करने के किसी भी विचार को खारिज कर दिया। इसके उलट शिवसेना (यूबीटी) ने कहा है कि जल्द ही सीएम उम्मीदवार की घोषणा की जाएगी। पृथ्वीराज चव्हाण और संजय राउत के बयान इन अटकलों के बीच आएं हैं कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उन्हें सीएम उम्मीदवार घोषित करने के लिए दबाव बनाने के लिए दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की।
पृथ्वीराज चव्हाण ने दिया बयान
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के दौरान विपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की ऐसी कोई परंपरा नहीं रही है। उन्होंने कहा, “पहले भी विपक्षी दलों ने विधानसभा चुनावों के दौरान कभी भी सीएम उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। इस बार अलग नहीं होगा। यहां तक कि सत्ताधारी दल के पास भी कोई सीएम उम्मीदवार नहीं है। यदि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद चुनाव अभियान का नेतृत्व करते हैं, तो यह अलग बात है।”
इस बीच दिल्ली में शीर्ष कांग्रेस नेताओं के साथ उद्धव की चर्चा में जो कुछ हुआ, उसके बारे में शिवसेना (यूबीटी) ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। उद्धव ठाकरे द्वारा अपनी दिल्ली यात्रा खत्म करने के एक दिन बाद शिवसेना प्रवक्ता सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि सीएम चेहरे के संबंध में निर्णय जल्द ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह वह जगह नहीं है जहां हम सीएम का चेहरा उजागर कर सकें, लेकिन इस संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
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संजय राउत ने दी चेतावनी
साथ ही संजय राउत ने महा विकास अघाड़ी के पार्टनर्स को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा, “चुनाव लड़ते समय कोई मतभेद नहीं होना चाहिए। हमें एकजुट रहना चाहिए। गठबंधन में खुद को ‘बड़े भाई’ के तौर पर पेश करने की कोशिश नहीं होनी चाहिए। तीनों दलों को एकजुट होकर फैसले लेने चाहिए।”
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि उन्हें कांग्रेस और शिवसेना नेताओं की बैठक में चर्चा के विषय के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कहा, ”मुख्यमंत्री के संबंध में निर्णय हमेशा सबसे अधिक विधायकों वाली पार्टी द्वारा लिया जाता है। यह सब चुनाव के बाद तय होता है।”
इस बीच बीजेपी ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसा। भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्याय ने कहा, “तीन दिन दिल्ली में बिताने और कांग्रेस नेतृत्व पर उन्हें सीएम चेहरे के रूप में नामित करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश करने के बाद ठाकरे खाली हाथ घर लौट आए हैं। उनका आत्म-सम्मान चकनाचूर हो गया है।चव्हाण ने साफ कर दिया है कि सीएम चेहरे का फैसला विधानसभा चुनाव के बाद किया जाएगा।”