महाराष्ट्र में उद्धव गुट को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष, एमएलसी और श्रमिक उत्कर्ष सभा के अध्यक्ष प्रसाद लाड को सर्वसम्मति से द इलेक्ट्रिक यूनियन ऑफ बेस्ट कामगार संगठन के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। ये एक मान्यता प्राप्त संघ है और कई वर्षों तक उद्धव ठाकरे गुट का इसपर कब्जा था।

वर्षों से इस संघ पर ठाकरे गुट का था कब्जा

5,000 से अधिक कार्यकर्ताओं ने प्रसाद लाड को चुना है। वर्षों से इस संघ पर ठाकरे गुट का कब्जा था लेकिन अब इसपर एक तरीके से बीजेपी का कब्जा हो गया है। प्रसाद लाड ने पद संभालने के बाद कहा कि चूंकि मैं श्रमिक उत्कर्ष सभा का प्रमुख हूं, इसलिए मेरा नेतृत्व स्वीकार कर लिया गया है। बता दें कि ठाकरे गुट के नेता सुहास सामंत इस संघ के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं।

प्रसाद लाड को ईओएफ स्टाफ यूनियन महाराष्ट्र (Regd) के अध्यक्ष के रूप में भी नियुक्त किया गया है। इसे भविष्य निधि कर्मचारी संगठन के रूप में भी जाना जाता है। प्रसाद लाड ने आश्वासन दिया कि वह BEST कर्मचारियों की चिंताओं का समाधान करेंगे जो लंबे समय से लंबित हैं।

प्रसाद लाड ने कहा कि मैं संघ से जुड़े कर्मचारियों के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हूं। ठाकरे गुट के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) का मुंबई में कई यूनियनों पर नियंत्रण रहा है। प्रसाद लाड को ईपीएफ स्टाफ यूनियन की भी जिम्मेदारी दी गई है। ईपीएफ सरकार से मान्यता प्राप्त यूनियन है। बता दें कि प्रसाद लाड श्रमिक उत्कर्ष सभा के अध्यक्ष हैं, जो मजदूरों और कामगारों के मुद्दे उठाने में सबसे आगे रहे हैं। एमएलसी के रूप में उन्होंने अक्सर विधान परिषद में BEST कर्मचारियों का मुद्दा उठाया है।

लगातार ठाकरे गुट को मिल रहा झटका

बता दें कि महाराष्ट्र में जून 2022 में एकनाथ शिंदे गुट ने उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ा था और उसके बाद से ही ठाकरे गुट को लगातार झटके पर झटका मिल रहा है। पहले ठाकरे परिवार से शिवसेना का सिंबल और नाम गया। वहीं अभी तक पार्टी के मजबूत नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है।