हाल ही में महाराष्ट्र के पुणे में NCP प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच सीक्रेट मीटिंग हुई। एक कारोबारी के आवास पर हुई इस बैठक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल भी मौजूद थे। इस सीक्रेट मीटिंग के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अजित पवार ने शरद पवार को मोदी कैबिनेट में शामिल होने का ऑफर दिया है। अब इस मुद्दे पर शिवसेना (UBT) प्रवक्ता संजय राउत की प्रतिक्रिया सामने आई है।

अजित पवार द्वारा शरद पवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह देने की पेशकश की खबरों पर उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने कहा कि अजित पवार इतने बड़े नेता नहीं हैं कि वह शरद पवार को ऑफर दे सकें। अजित पवार को पवार साहब ने बनाया है अजित पवार ने शरद पवार को नहीं बनाया। राउत ने कहा कि 60 साल से भी ज़्यादा समय पवार साहब ने संसदीय राजनीति में बिताया है और 4 बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनका जो कद है वह बहुत बड़ा है।

आप इतिहास नहीं बना सकते इसलिए नाम बदल रहे- संजय राउत

संजय राउत ने 14 अगस्त को नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (NMML) का आधिकारिक तौर पर नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय (PMML) सोसायटी करने पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उद्धव ठाकरे गुट के सांसद ने कहा कि उनके पास और क्या बचा है? आप इमारत का नाम बदल सकते हैं लेकिन आप इतिहास में वर्णित पंडित नेहरू का नाम नहीं बदल सकते। आप महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सावरकर जी द्वारा बनाए गए इतिहास को नहीं बदल सकते। आप उनके जैसा इतिहास नहीं बना सकते इसलिए आप नाम बदल रहे हैं।

गौरतलब है कि कांग्रेस के एक नेता के मुताबिक, अजित पवार ने शरद पवार के साथ अपनी सीक्रेट मीटिंग के दौरान एनसीपी प्रमुख को 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को समर्थन देने का प्रस्ताव दिया।

नाम न छापने की शर्त पर एक पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अजित पवार ने अपने चाचा से कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री या नीति आयोग के अध्यक्ष के रूप में शामिल किया जाएगा। वहीं सुप्रिया सुले और जयंत पाटिल को केंद्र और राज्य सरकार में पद दिया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री के मुताबिक, शरद पवार ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह किसी भी तरह से BJP के साथ गठबंधन नहीं करेंगे।