Maharashtra News: शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे के ईवीएम पर उठाए गए सवाल पर एनसीपी चीफ अजित पवार ने पलटवार किया है। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि ईवीएम को लेकर अगर विपक्ष को परेशानी या चिंता है तो उन्हें कोर्ट या चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाना चाहिए। ऐसे आरोप लगाने का कोई मतलब नहीं है।
अजित पवार ने कहा कि यहां ऐसे आरोप लगाने से कोई मतलब नहीं है। उन्हें (विपक्ष) चुनाव आयोग जाना चाहिए और अगर उन्हें वहां न्याय नहीं मिलता है तो उन्हें कोर्ट का दरवाजा खटखटाना चाहिए। अजित पवार का यह बयान शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे द्वारा यह घोषणा करने के बाद आया है कि पार्टी के विधायक शनिवार को महाराष्ट्र विधानसभा के चल रहे विशेष सत्र के दौरान पद की शपथ नहीं लेंगे।
ठाकरे ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की वैधता पर संदेह जताया। आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज हमने फैसला किया है कि हमारे (शिवसेना यूबीटी) जीतने वाले विधायक शपथ नहीं लेंगे। अगर यह लोगों का जनादेश होता, तो लोग खुश होते और जश्न मनाते। हालांकि, लोगों की ओर से ऐसा कोई जश्न या उत्साह नहीं था। हमें ईवीएम पर संदेह है। शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विधान भवन परिसर में शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि भी दी।
महाराष्ट्र विधानसभा का तीन दिवसीय विशेष सत्र चल रहा है।
इससे पहले ANI से बात करते हुए शिवसेना नेता उदय सामंत ने कहा कि आज की प्राथमिकता 288 विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह और महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर का चुनाव कराना है। उसके बाद हमारे 3 नेता सीएम फडणवीस और दो उप-सीएम एकनाथ शिंदे और अजीत पवार मिलकर तय करेंगे कि कैबिनेट विस्तार कब करना है और हमें कौन से विभाग मिलेंगे। हमारे नेता एकनाथ शिंदे हैं। हमने उन्हें सभी राजनीतिक निर्णय लेने का अधिकार दिया है, और हमारे सभी विधायक उनके द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय से सहमत होंगे।
इससे पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अजीत पवार ने शनिवार को महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। शपथ लेने से पहले, सीएम फडणवीस ने डिप्टी सीएम शिंदे और पवार के साथ आज सुबह महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन मुंबई के विधान भवन परिसर में छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की।
विधान भवन में विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान एनसीपी सांसद सुनील तटकरे ने कहा कि सभी विधायकों का शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। जनता ने महायुति गठबंधन को जितना प्यार दिया है, हम उसी के अनुरूप महाराष्ट्र के विकास के लिए काम करेंगे।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने पहले कहा कि आज मैंने महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और महायुति के अन्य नेताओं के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित की। हम छत्रपति शिवाजी महाराज और बीआर अंबेडकर की विचारधारा का पालन करते हुए काम करना चाहते हैं। महाराष्ट्र के मतदाताओं ने हमें बहुत समर्थन दिया है और मैं उनका आभार व्यक्त करता हूं। नए महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के लिए चुनाव सोमवार 9 दिसंबर को होने की उम्मीद है।
महाविकास अघाड़ी के विधायकों का शपथ लेने से इनकार, आदित्य ठाकरे बोले- EVM पर शक
वरिष्ठ भाजपा विधायक कालिदास सुलोचना कोलंबकर को विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र से एक दिन पहले शुक्रवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई। देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी और इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गठबंधन के कई नेताओं के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों की मशहूर हस्तियां भी शामिल हुईं। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने भी शपथ ली थी।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 235 सीटों के साथ शानदार जीत हासिल की। ये नतीजे भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुए, जो 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने भी क्रमशः 57 और 41 सीटों हासिल की। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को बड़ा झटका लगा, क्योंकि कांग्रेस को सिर्फ़ 16 सीटें मिलीं। इसके गठबंधन सहयोगी शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीटें जीतीं, जबकि एनसीपी (शरद पवार गुट) को सिर्फ़ 10 सीटें मिलीं।
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