महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बावजूद अभी तक सरकार गठन को लेकर तस्वीर साफ नहीं हो सकी है। भाजपा-शिवसेना गठबंधन बहुमत पाने में सफल रहा है, लेकिन दोनों पार्टियों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 फॉर्मूले पर बात अटकी हुई है। अब खबर आयी है कि शिवसेना ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को इस मामले में दखल देने की अपील की है। दरअसल शिवसेना नेता और केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के करीबी माने जाने वाले किशोर तिवारी ने आरएसएस चीफ मोहन भागवत को एक पत्र लिखा है।
इस पत्र में शिवसेना नेता ने मोहन भागवत से महाराष्ट्र में सरकार गठन के मामले में दखल देने की मांग की है। एनडीटीवी की एक खबर के अनुसार, किशोर तिवारी ने इस पत्र में भाजपा पर ‘गठबंधन धर्म’ नहीं निभाने का भी आरोप लगाया है। पत्र में शिवसेना ने दावा किया है कि आम चुनावों के दौरान भाजपा राज्य में 50-50 फॉर्मूले पर सहमत थी। शिवसेना के अनुसार, इसका मतलब सीएम पद 2.5 साल के लिए भाजपा और 2.5 साल के लिए शिवसेना के पास रहेगा। हालांकि भाजपा सीएम पोस्ट साझा करने से साफ इंकार कर रही है।
खबर के अनुसार, किशोर तिवारी ने आरएसएस चीफ को लिखे पत्र में कहा है कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन को जनादेश मिला है, लेकिन भाजपा के गठबंधन धर्म को नहीं निभाने के चलते राज्य में सरकार गठन में देरी हो रही है। बता दें कि महाराष्ट्र में मौजूदा सरकार का कार्यकाल 9 नवंबर तक है, ऐसे में सरकार गठन को लेकर जल्द ही कोई फैसला होने की उम्मीद है। वहीं शिवसेना नेता के पत्र पर अभी तक आरएसएस चीफ की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया है।
गौरतलब है कि शिवसेना अपने मुखपत्र सामना के जरिए लगातार भाजपा पर निशाना साध रही है। शिवसेना नेता संजय राउत तो 170 विधायकों के समर्थन का दावा भी कर चुके हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर भी राज्य में सरकार बना सकती है। वहीं सोमवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की।
मुलाकात के बात मीडिया से बात करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में जल्द ही सरकार गठन होगी। हालांकि उन्होंने शिवसेना के साथ किसी तरह के समझौते की कोई जानकारी नहीं दी। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों में से भाजपा-शिवसेना गठबंधन के खाते में 161 सीटें आयी हैं। वहीं एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं।