Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में राजनीतिक घटनाक्रम लगातार बदलता जा रहा है। बुधवार को हुई दोनों गुटों की बैठक के बाद अजित पवार ने खुद को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया है। दोनों ही गुटों की ओर से पार्टी पर दावा किया जा रहा है। मामला चुनाव आयोग तक भी पहुंच चुका है। शरद पवार ने आज दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक भी बुलाई है। इसके लिए वह दिल्ली रवाना हो चुके हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में चुनाव आयोग में दावा पेश करने को लेकर रणनीति बनाई जा सकती है। इसके अलावा मामले के अन्य कानूनी पहलुओं को लेकर भी चर्चा की जा सकती है। महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़ी अब तक की बड़ी अपडेट्स
- शरद पवार गुरुवार तड़के दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। वह चार्टर्ड विमान से मुंबई से रवाना हुए। दोपहर 3 बजे शरद पवार ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इसमें एनसीपी के कई नेता शामिल हो सकते हैं।
- बुधवार को एनसीपी के दोनों गुटों के बीच हुई बैठक के बाद अजित पवार ने खुद को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित कर दिया है। इससे अजित पवार की ओर से महाराष्ट्र एनसीपी का अध्यक्ष सुनील तटकरे को बनाया गया था।
- दोनों गुटों में टकराव का मामला चुनाव आयोग तक भी पहुंच गया है। अजित पवार की ओर से 30 जून को ही चुनाव आयोग में याचिका दाखिल कर पार्टी ने नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा पेश किया गया था। इसके बाद शरद पवार गुट की ओर से भी 3 जुलाई को कैविएट दाखिल की गई। चुनाव आयोग ने दोनों पक्षों को जल्द दस्दावेज पेश करने को कहा है।
- 5 जुलाई को हुई बैठक में अजित पवार ने शरद पवार पर कई हमले किए। उन्होंने रिटायरमेंट पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप 83 साल के हो गए हैं। आप रुकेंगे भी या नहीं। उन्होंने कहा कि हम सरकार चला सकते हैं। हमारे अंदर ताकत है। आप हमें आशीर्वाद देने का काम कीजिए।
- अजित ने कहा कि मैं पांच बार डिप्टी सीएम पद की शपथ ले चुका। यह एक रिकॉर्ड है लेकिन गाड़ी वहीं रुक जाती है, आगे नहीं बढ़ती। मैं दिल से महसूस करता हूं कि मुझे राज्य का मुख्यमंत्री बनना चाहिए। मेरे पास कुछ चीजें हैं जिसे मैं लागू करना चाहता हूं और इसके लिए प्रमुख (सीएम) बनना जरूरी है।
- दोनों गुटों की बैठक में नंबर किसी के भी पक्ष में दिखाई नहीं दिए। हालांकि चाचा शरद पवार पर भतीजे अजित पवार भारी दिखाई दिए। अजित पवार की बैठक में जहां 31 विधायक और चार एमएलसी मौजूद रहे वहीं शरद पवार की बैठक में सिर्फ 13 विधायक और 4 सांसद मौजूद रहे।
- बुधवार को हुई बैठक में प्रफुल्ल पटेल ने विपक्षी बैठक को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं पटना में एक बैठक में शामिल होने गया था लेकिन वहां का दृश्य देखकर हंसी आ गई। वहां 17 विपक्षी दल थे, उनमें से 7 के पास लोकसभा में केवल 1 सांसद है और एक पार्टी ऐसी है जिसके पास एक भी सांसद नहीं हैं। उनका दावा है कि वे बदलाव लाएंगे।
- शरद पवार ने बैठक में कहा कि अगर आप (अजित) किसी चीज से खुश नहीं थे तो बातचीत का रास्ता निकालना चाहिए था। शरद पवार ने अजित को नसीहत देते हुए कहा कि अगर कोई गलत काम किया है तो सजा भुगतने के लिए तैयार रहें। शरद पवार ने अजित को खोटा सिक्का करार दिया।
- शरद पवार ने अपने समर्थकों को आश्वासन दिया कि वो किसी को भी पार्टी या सिंबल छीनने का मौका नहीं देंगे। शरद पवार ने कहा कि अगर वे वहां (चुनाव आयोग) गए हैं तो वे मेरी तस्वीर का उपयोग क्यों कर रहे हैं? मैं अपना चुनाव चिन्ह और पार्टी का नाम उनके हाथ में नहीं जाने दूंगा।
- NCP पार्टी में अभी कुछ विधायक ऐसे हैं जिन्होंने अजित या शरद किसी का दामन नहीं थामा है। इन्हीं नेताओं में से एक सरोज अहीरे का कहना है कि मैं अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं से बात करूंगी। मैं अजित पवार और शरद पवार दोनों से मिली हूं लेकिन अभी कोई फैसला नहीं किया है।