महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर खींचतान फिलहाल जारी है। इसी बीच, बुधवार (30 अक्टूबर, 2019) को शिवसेना ने बड़ा दावा किया। पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने समचार एजेंसी ANI से कहा कि महाराष्ट्र की कुंडली उनका दल ही बनाएगा। कुंडली में कौन सा ग्रह कहां रखना है और कौन से तारे जमीन पर उतारने हैं, किस तारे को चमक देनी है…इतनी ताकत आज भी शिवसेना के पास है।
बकौल राउत, “जिसके पास भी 145 सीटों का बहुमत होगा, फिर चाहे वह राजनेता हो या विधायक, वह महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बन सकता है। राज्यपाल भी उसी को न्यौता देंगे, जिसके पास यह आंकड़ा होगा या वह सबसे बड़ा दल होगा, पर फिर भी उन्हें सदन में बहुमत साबित करना होगा।”
वहीं, PTI को उन्होंने बताया कि सूबे के हित में पार्टी के लिए बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन में बने रहना जरूरी है, पर ‘‘सम्मान’’ से समझौता किए बगैर। उनके मुताबिक, “अगली सरकार बनाने में कोई जल्दबाजी नहीं है।” उन्होंने इसके साथ ही उन कयासों को भी खारिज कर दिया कि अगर नयी मंत्रिपरिषद के गठन में देरी होती है तो शिवसेना बंट सकती है।
उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता संजय ककाड़े के उस दावे को भी सिरे से खारिज किया, जिसमें कहा गया था कि शिवसेना के 45 विधायक भगवा पार्टी के संपर्क में हैं और वे शिवसेना छोड़ना चाहते है। राउत ने कहा कि बीजेपी नेता ऐसा कहकर आधारहीन बातें कर रहे हैं।
रोचक बात है कि शिवसेना की ओर से यह बयान तब आया है, जब एक दिन पहले ही बीजेपी की ओर से माइंड गेम खेला गया। दरअसल, सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि दोनों दलों के बीच सीएम पद के लिए 50-50 पर कोई डील नहीं हुई।
अजीत पवार फिर चुने गए NCP विधायक दल के नेताः महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार NCP के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में आमराय से पार्टी के विधायक दल का फिर से नेता चुने गए। प्रदेश इकाई प्रमुख जयंत पाटिल ने बताया कि NCP के नव निर्वाचित विधायकों ने अजीत पवार को आमराय से विधायक दल का नेता चुना है। बता दें कि पार्टी प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजीत हालिया महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में रिकार्ड 1,65,265 वोटों के अंतर से बारामती सीट से जीते हैं। वह इस सीट का पहले से प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।