Maharashtra Govt Formation: महाराष्ट्र में अगल मुख्यमंत्री कौन होगा? इसको लेकर महायुति में अभी तक यह तय नहीं हो पाया है। एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की और अपना और अपने मंत्रिमंडल का इस्तीफा सौंप दिया। राज्यपाल ने शिंदे से वैकल्पिक व्यवस्था होने तक अपने पद का प्रभार संभाले रखने को कहा है, इसलिए शिंदे कार्यवाहक सीएम के तौर पर काम करना जारी रखेंगे।
शिवसेना विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि इस्तीफा एक औपचारिकता है और नए सीएम पर फैसला नई दिल्ली में लिया जाएगा। उनके फिर से सीएम बनने की शिवसेना में बढ़ती मांग के बीच शिंदे ने शिवसेना कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सीएम के तौर पर उन्हें आगे बढ़ाने के लिए ‘एकनाथ हैं तो सुरक्षित हैं’ का नारा लगाएं और सीएम के आधिकारिक निवास वर्षा पर इकट्ठा न हों।
शिंदे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘महायुति की शानदार जीत के बाद राज्य में एक बार फिर हमारी सरकार बनेगी। महायुति के रूप में हमने एक साथ चुनाव लड़ा और आज भी साथ हैं। मेरे प्रति प्रेम के कारण, कुछ मंडलियों ने सभी से एक साथ इकट्ठा होने और मुंबई आने की अपील की है। मैं आपके प्यार के लिए बहुत आभारी हूं। लेकिन मैं अपील करता हूं कि कोई भी इस तरह से मेरे समर्थन में एक साथ न आए। एक बार फिर, यह मेरा विनम्र अनुरोध है कि शिवसेना के कार्यकर्ता वर्षा या कहीं और इकट्ठा न हों। महायुति एक मजबूत और समृद्ध महाराष्ट्र के लिए मजबूत रही है और आगे भी रहेगी।’
इस बीच, शिवसेना के पदाधिकारी रामदास कदम ने मंगलवार को कहा कि अजीत पवार की एनसीपी की वजह से महायुति में सीएम पद का दावा करने के लिए शिवसेना की सौदेबाजी की शक्ति कम हो गई है। कदम ने कहा कि एनसीपी ने कहा था कि वे भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को सीएम के रूप में ‘ठीक’ मानते हैं।
पूर्व मंत्री कदम ने कहा कि हमें लगता है कि एकनाथ शिंदे को सीएम होना चाहिए, भाजपा को लगता है कि फडणवीस को सीएम होना चाहिए। अजित पवार ने आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने हमारी सौदेबाजी की शक्ति को कम कर दिया है। चाहे कुछ भी हो जाए, महायुति में कोई विवाद नहीं होगा। हमने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में चुनाव लड़ा और हमें बड़ी सफलता मिली है।
उन्होंने कहा कि लोगों ने महायुति को बड़ा जनादेश दिया है। हम साथ हैं और नई दिल्ली जो भी फैसला लेगी, हम उसका पालन करेंगे। पीएम मोदी और अमित शाह ने शिंदे पर भरोसा जताया और चुनाव लड़ा। हम साथ आएंगे और महाराष्ट्र को विकास के रास्ते पर आगे ले जाएंगे। हमें दिल्ली के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है। चुनाव से पहले अमित शाह ने कहा था कि तीनों दल बैठकर फैसला करेंगे। इसके अलावा कुछ नहीं कहा गया।
रविवार को जब अजित पवार को सर्वसम्मति से एनसीपी विधायक दल का नेता चुना गया तो सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पद के सवाल पर पार्टी ने यह राय बनाई है कि विधानसभा चुनाव के नतीजों को देखते हुए यह उचित होगा कि देवेंद्र फडणवीस को राज्य की कमान सौंपी जाए। शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने सोमवार को कहा था कि एनडीए के शीर्ष नेताओं को ‘बिहार पैटर्न’ का पालन करते हुए शिंदे को सीएम घोषित करना चाहिए।